ग्वालियर की एक 10वीं कक्षा की छात्रा संत प्रेमानंद के सोशल मीडिया पर चल रहे प्रवचनों से इस कदर प्रभावित हुई कि उसने अकेले घर से निकलने का निर्णय लिया। परिजनों के होश उड़ गए जब उन्हें पता चला कि उनकी बेटी घर छोड़कर कहीं चली गई थी। परिवार ने छात्रा की तलाश शुरू की, और आखिरकार वह वृंदावन में मिली। छात्रा का कहना था कि वह संत प्रेमानंद से मिलकर उनके विचारों को समझना चाहती थी।
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सोशल मीडिया पर संत प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों से प्रेरित होकर ग्वालियर की एक किशोरी बिना बताए घर छोड़कर वृंदावन पहुंच गई। उसकी यह हरकत परिवार के लिए चिंता का विषय बन गई।
हालांकि, गनीमत रही कि समाजसेविका डॉ. लक्ष्मी गौतम की सतर्कता के कारण किशोरी किसी अनहोनी का शिकार होने से बच गई। डॉ. गौतम ने किशोरी को सुरक्षित पहचान लिया और इसकी सूचना पुलिस को दी।पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की और किशोरी को सुरक्षित उसके परिजनों के हवाले कर दिया।
समाजसेविका डॉ. लक्ष्मी गौतम ने बताया कि ग्वालियर के हजीरा क्षेत्र की रहने वाली एक 10वीं कक्षा की छात्रा सोमवार को बिना किसी को बताए घर से निकलकर वृंदावन पहुंच गई थी। किशोरी ने यहां पहुंचने के बाद घर पर फोन कर अपनी स्थिति की जानकारी दी, जिससे उसके परिजनों में घबराहट फैल गई।किशोरी के परिजनों ने तुरंत समाजसेविका डॉ. लक्ष्मी गौतम को सूचना दी।
समाजसेविका डॉ. लक्ष्मी गौतम ने ग्वालियर की किशोरी की तलाश शुरू की, और मंगलवार शाम को किशोरी संत प्रेमानंद के आश्रम के बाहर बैठी मिली। जब उससे पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि वह सोशल मीडिया पर संत प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों से प्रभावित होकर उनसे मिलने के लिए वृंदावन आई थी।
किशोरी के पिता रिक्शा चालक हैं, और परिवार की स्थिति के कारण वे तुरंत मदद की गुहार लगाने के लिए समाजसेविका से संपर्क किया। समाजसेविका डॉ. लक्ष्मी गौतम ने ग्वालियर की किशोरी को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आवश्यक पूछताछ और कार्रवाई के बाद किशोरी को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।