संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में एक एनआरआई यात्री का बैग चोरी हो गया। यात्री ने इस घटना की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने चोरी करने वाले गैंग के सात सदस्य गिरफ्तार किए और उनके पास से चोरी किया गया सामान भी बरामद किया।
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जीआरपी पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने प्रेस वार्ता में बताया कि पीड़ित यात्री अलंका तामिया, जो झांसी की निवासी हैं और वर्तमान में वॉशिंगटन डीसी, यूएसए में रहती हैं, ने शिकायत दर्ज कराई थी। 21 दिसंबर 2024 को संपर्क क्रांति एक्सप्रेस निजामुद्दीन से मथुरा की तरफ आ रही थी, जब उनके बैग की चोरी हुई। घटना उस समय घटी जब ट्रेन के एसी कोच में रात के समय बैग चोरी हुआ। जांच में सामने आया कि चोरी का आरोपी बिना टिकट यात्रा कर रहा था। जीआरपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच की और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में एक एनआरआई यात्री का बैग चोरी हो गया, जिसमें सोना, चांदी, हीरा, मोबाइल और अन्य कीमती सामान रखा था, जिसकी कुल कीमत करीब 20 लाख रुपये थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी थाना प्रभारी यादराम सिंह ने एक विशेष टीम गठित की, जिसने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने ट्रेन में यात्रियों का सामान चोरी करने वाले गैंग के सात सदस्यों को पकड़ा। गिरफ्तार आरोपियों में मुकेश पुत्र बलवंत, विनोद पुत्र धर्मवीर, विनोद पुत्र बनी सिंह, अनिल पुत्र राजवीर, आशीष पुत्र रनधीर सिंह, अनिल पुत्र भलेराम, और अजीत पुत्र शंकर लाल शामिल हैं, सभी हरियाणा के निवासी हैं।
पकड़े गए आरोपियों में से मुकेश ने पुलिस के सामने अपना तरीका बताया। उसने बताया कि वह एसी कोच में ऐसे यात्रियों की तलाश करते थे, जिनके पास महंगे सामान होते थे। इसके बाद उसके सभी साथी कोच में चढ़ जाते थे और टीटी से टिकट बनवाकर यात्रा करते थे। मुकेश ने कहा कि जब यात्री सो जाते थे, तो ये लोग उनके सामान पर हाथ साफ कर लेते थे और चुपचाप अगले स्टेशन पर उतर जाते थे.