मध्यप्रदेश के कटनी में दलित महिला और नाबालिग के साथ मारपीट मामले में थाना प्रभारी सहित छह सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) कर्मियों को गुरुवार को निलंबित कर दिया गया है। मामले की पूरी जांच DIG रेलवे मोनिका शुक्ला की निगरानी में की जाएगी। वहीं अब इस घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी एक्शन लिया है उन्होंने DGP को पत्र लिखकर त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
मध्यप्रदेश के कटनी में एक दलित महिला और नाबालिग के साथ के मामले में जबलपुर के एसपी रेलवे सिमाला प्रसाद का बयान सामने आया है। एसपी रेलवे सिमाला प्रसाद का कहना है कि हमने इस मामले का ओरिजनल वीडियो देखा है।
उन्होंने बताया, कार्यालय में एक सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है और उसके आधार पर टीआई अरुण को निलंबित कर दिया गया है। एसपी ने आगे बताया, वीडियो में दिख रहे 5 अन्य पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है और इसकी पूरी जांच DIG रेलवे मोनिका शुक्ला की निगरानी में की जाएगी। विपक्षी कांग्रेस ने एक दिन पहले घटना का एक वीडियो साझा किया था, जिसमें दावा किया गया था कि पीड़ित दलित समुदाय के थे।
“जीआरपी कटनी थाने के पुलिसकर्मियों की पिटाई का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जब इसका संज्ञान लिया गया तो घटना की जांच के लिए डीआइजी रेल को मौके पर जाने के लिए कहा। प्रारंभिक जांच के अनुसार, निलंबन का आदेश दिया है।” मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, तत्काल प्रभाव से जीआरपी थाना प्रभारी, एक हेड कांस्टेबल और चार कांस्टेबल को हटा दिया गया है।
इससे पहले दिन में, घटना के सिलसिले में पांच पुलिस कर्मियों को फील्ड ड्यूटी से हटा दिया गया था, जो कि जीआरपी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर में हुई थी।
अधीक्षक ने कहा, “दीपक वंशकार नाम का एक व्यक्ति था जिसके खिलाफ 19 मामले दर्ज थे और वह फरार था। उसे जिले से भी बाहर कर दिया गया था। उसके परिवार के सदस्यों को पिछले अक्टूबर में केवल इसी संबंध में पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया गया था।” पुलिस (जीआरपी) सिमाला प्रसाद ने पीटीआई को बताया।
एसपी प्रसाद ने कहा, “पूछताछ का वीडियो वायरल हो गया। कटनी में एक महिला और नाबालिग के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। वीडियो में दिख रहे सभी पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया है।”
एसपी प्रसाद ने आगे कहा कि इस बात की जांच चल रही है कि महिला और उसके पोते के साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया गया और घटना की आधिकारिक फुटेज सार्वजनिक कैसे हो गई। सूत्रों ने बताया कि रेलवे उपमहानिरीक्षक मोनिका शुक्ला जांच के लिए गुरुवार को कटनी पहुंचीं।
राज्य कांग्रेस द्वारा एक्स पर साझा किए गए वीडियो में सिविल ड्रेस में एक महिला – पुलिस स्टेशन प्रभारी – को एक कमरे में एक महिला और एक लड़के की पिटाई करते हुए दिखाया गया है। बाद में, वर्दी में कुछ अन्य कर्मियों को दोनों की पिटाई में उसका साथ देते देखा गया।
विपक्षी दल ने कहा, “मुख्यमंत्री मोहन यादवजी, क्या आप हमें बताएंगे कि मध्य प्रदेश में क्या हो रहा है? कानून व्यवस्था बनाए रखने के बहाने आपका पुलिस विभाग गुंडागर्दी कर रहा है और लोगों की जान लेने पर तुला हुआ है।” एक्स पर पोस्ट में कहा
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