उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र से एक भीषण आग हादसे का मामला सामने आया है जहां बेहटा हाजीपुर गांव में बुधवार रात तीन मंजिला मकान में भीषण आग लग गयी जिसमें दो बच्चों समेत पांच लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गयी. इस हादसे में 2 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घटना की जानकारी पुलिस व दमकल विभाग को दी गयी और वहीं सूचना पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने आग बुझाने का काम शुरू कर दिया. पुलिस का कहना है कि आग इमारत की नीचे की मंजिल पर लगी थी जिससे कारण ऊपरी मंजिल पर रहने वालों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल सका. आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है.
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गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके में बेहटा हाजीपुर गांव में पार्किंग ठेकेदार सारिक के तीन मंजिला मकान में बुधवार रात आठ बजे भीषण आग लग गयी जिसमें दो मासूम बच्चे और दो महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो गयी। लोगों का कहना है कि आग इमारत की नीचे की मंजिल पर लगी थी जिससे कारण ये पांचों धुएं की वजह से बाहर नहीं निकल सके। बताया जा रहा है कि इस मकान में फोम बनाने का काम होता था।
घटना की जानकारी पुलिस व दमकल विभाग को दी गयी और वहीं सूचना पर पहुंची दमकल की 2 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया. वहीं घटनास्थल पर मौके पर पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. आग में फंसे लोगों को पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला. लेकिन तब तक हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने रात 12 बजे घटनास्थल से पांच शव बरामद किए। वहीं हादसे में एक युवती और एक बच्चा बुरी तरह घायल हुए हैं। वहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि आग शार्ट सर्किट से लगी है।
दमकल विभाग ने बताया कि तीन मंजिला इमारत में आग की घटना बुधवार 8 बजे रात के बाद की है। मौके पर पहुंची दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने जब तक आग पर पूरी तरह से काबू पाया तब तक सभी बुरी तरीके से आग में झुलस चुके थे।आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है और घर में रखे फोम में आग लगने के बाद आग पूरे मकान में तेजी से फैल गई थी।
एसीपी ने जानकारी देते हुए बताया कि हादसे में सारिक की पत्नी फरहीन (25), सात माह का बेटा सीज, बहन नाजरा 35), बहनोई सैफ (36) और भांजी इसरा (चार)की जान चली गयी है। बुरी तरह घायल हुए सारिक की दूसरी बहन उज्मा और नाजरा का बेटा अर्श रहमान को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सारिक ने बताया कि वे आठ बजे दूध लेने के लिए गए थे।लेकिन जब वह दूध लेकर वापस आए तो देखा कि घर को आग की लपटों ने घेर रखा था। आग बुझाने का प्रयास कर रहे आसपास के लोगों ने बताया कि मकान की पहली मंजिल पर मरम्मत के लिए कुछ मशीनें तथा कुछ कबाड़ का सामान भी रखा है। सबसे पहले आग यहीं से लगी। वहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि आग शार्ट सर्किट से लगी है। लोगों को पता तब चला जब आग की लपटों ने दूसरी मंजिल को भी घेर लिया था।
दमकल के आने से पहले लोग अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास करते रहे। लोगों ने बताया कि शव बुरी तरह झुलस चुके थे। ऐसे लग रहा था कि दम घुटने की वजह से लोग निकल नहीं पाए और लपटों ने उन्हें घेर लिया।
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