मशहूर कालकाजी मंदिर में करंट लगने से भगदड़ मच गई. जिसमें एक छात्र की मौत हो गई. वहीं भगदड़ में सात श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है. घायलों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने 289, 125(9) और 106(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गयी है.
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मशहूर कालकाजी मंदिर में करंट लगने से बड़ा हादसा हो गया. हादसे में एक किशोर की जान चली गई. वहीं सात श्रद्धालु घायल बताए जा रहे हैं. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घायलों को तत्काल एम्स और ट्रांमा सेंटर में भर्ती कराया। 3 अक्टूबर की तडके पुलिस को घटना की जानकारी मिली कि कालकाजी मंदिर में दर्शन करने आए कुछ श्रद्धालुओं करंट की चपेट में आ गए है.
मौके पर जाकर घटना की जानकारी ली तो पता चला कि रामप्यायु और लोटस टेम्पल के मर्जिंग प्वाइंट पर इलेक्ट्रिक वायर के संपर्क में आ गए थे. मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा इलेक्ट्रिक सप्लाई को बन्द किया गया और लोगो को वहां से हटाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया साथ ही मंदिर को खाली कराया.
करंट की चपेट में आने से नौवीं के छात्र की मौत
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस को जांच में पता लगा कि हेलोजन लाइट्स के लिए लगाया गया एक इलेक्ट्रिक वायर के टूटने से लोहे के रेलिंग में में करंट आ गया. जिसकी वजह से मंदिर परिसर में भगदड़ मच गई. भगदड़ की वजह से कुल सात श्रद्धालु घायल हो गए. वहीं करंट लगने से घायल हुए नौवीं के छात्र की बाद में मौत हो गई.
मृतक छात्र की पहचान
मृतक की पहचान मयंक के रूप में हुई है , जो 9वीं कक्षा का छात्र था. मयंक परिवार के साथ कालकाजी माता जी के दर्शनों के लिए आया था और करंट की चपेट में आने से उसकी मौत हो गयी. मृतक के पिता एक प्लंबर हैं. इसके अलावा सभी घायल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं.
पुलिस ने मामला किया दर्ज
फिलहाल रिपेयरिंग के बाद कालकाजी मंदिर में इलेक्ट्रिक सप्लाई शुरू कर दी गई थी और भक्तों के लिए दर्शन भी शुरू कर दिए गए थे. पुलिस ने कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने 289, 125(9) और 106(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गयी है.