मथुरा: कैलाश खेर के सुरों ने ब्रज रज उत्सव में बिखेरा जादू, श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध

मथुरा: कैलाश खेर के सुरों ने ब्रज रज उत्सव में बिखेरा जादू

मथुरा के धौली प्याऊ क्षेत्र स्थित रेलवे ग्राउंड में चल रहे ब्रज रज उत्सव में एक बार फिर बॉलीवुड सिंगर कैलाश खेर की आवाज का जादू हर किसी को दीवाना बना गया। उनका सूफियाना अंदाज श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर गया। बुधवार की शाम, जैसे ही कैलाश खेर ने मंच पर कदम रखा, उनके सुरों ने वातावरण को सजीव कर दिया और संगीत महफिल देर रात तक जारी रही।

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वृंदावन के यमुना पुलिन स्थित कुंभ मेला स्थल पर बसे हुनर हाट की सांस्कृतिक संध्या में बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर ने अपनी आवाज का ऐसा जादू चलाया कि ठंडी रात में भी श्रोता देर रात तक उनके गीतों का आनंद लेते रहे।कैलाश खेर के सूफियाना अंदाज में गाए गए गीतों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी गायकी में एक ऐसा सम्मोहन था कि उपस्थित लोग उनके सुरों में खो गए और रात भर संगीत के रंग में रंगे रहे। यह सांस्कृतिक संध्या ब्रज भूमि में एक यादगार अनुभव बन गई, जिसमें कैलाश खेर ने अपनी दिलकश आवाज से हर किसी का दिल जीत लिया।

मथुरा के धौली प्याऊ क्षेत्र स्थित रेलवे ग्राउंड में चल रहे ब्रज रज उत्सव में एक बार फिर बॉलीवुड के प्रसिद्ध सिंगर कैलाश खेर ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा। उनका सूफियाना अंदाज श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर गया। बुधवार की शाम, जैसे ही कैलाश खेर ने मंच पर कदम रखा, उनके सुरों ने वातावरण को सजीव कर दिया और संगीत महफिल देर रात तक जारी रही।

बुधवार की शाम करीब 8 बजे, जब कैलाश खेर ब्रज रज उत्सव के हुनर हाट के मंच पर पहुंचे, तो उनके स्वागत में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। श्रोताओं का उत्साह चरम पर था, और लोग उनकी एक झलक पाने के साथ-साथ उनके सूफी गीतों का लुत्फ उठाने के लिए भी बेहद उत्सुक थे।कैलाश खेर ने मंच पर आते ही सबसे पहले “पिया मिलन की आस…” गीत गाया, और जैसे ही उनका सुर कानों में पड़ा, दर्शक अपने आप को झूमने से रोक नहीं पाए।

कैलाश खेर की दो घंटे की शानदार प्रस्तुति: श्रोताओं ने गीतों पर झूमते हुए किया आनंदित

कैलाश खेर ने ब्रज रज उत्सव के मंच पर करीब दो घंटे तक अपनी गायकी का जलवा बिखेरा। उनकी आवाज ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया, और हर गाने के साथ दर्शक झूमते और नाचते रहे। कैलाश ने शुरुआत में “मैं तेरे प्यार में दीवाना हो गया,” “आहो जी,” और “तौबा तौबा रे तेरी सूरत” जैसे सुपरहिट गीत गाए, जो श्रोताओं को पूरी तरह से बांध कर रखे। इसके बाद उन्होंने “कैसे बताएं तुझको,” और “हो पिया हो पिया रंग दिनीं रंग दिनीं” जैसे रोमांटिक और भक्ति गीतों से माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया।

कैलाश खेर की प्रस्तुति में विशेष आकर्षण तब आया जब उन्होंने “बाहुबली” फिल्म का हिट गाना “कौन है वो, कहां से आया” गाया। जैसे ही यह गाना गूंजा, पंडाल तालियों और शोर से गूंज उठा, और दर्शक उनकी धुन पर जमकर झूमने लगे। मंच पर कैलाश खेर के साथ लोग ठुमके लगाते हुए अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन कर रहे थे।

उनकी इस दो घंटे की परफॉर्मेंस ने हर श्रोता को अपने संगीत में खो जाने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर सांसद हेमा मालिनी, ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कांत मिश्रा, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, और एमवीडीए के ओएसडी क्रांति शेखर भी मौजूद थे। कैलाश खेर ने इस कार्यक्रम में अपनी अद्भुत गायकी और शानदार ऊर्जा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया.

कैलाश खेर ने किया म्यूजिक एकेडमी का शुभारंभ: जीवन के संघर्षों को किया साझा

प्रसिद्ध बॉलीवुड गायक कैलाश खेर ने बुधवार को मथुरा में “कैलाश खेर एकेडमी फ़ॉर लर्निंग आर्ट्स” (कला इन) का शुभारंभ किया। पत्रकारों से बात करते हुए कैलाश ने इस दिन को अपनी जिंदगी का एक खास और महत्वपूर्ण दिन बताया। उन्होंने कहा कि यह दिन उनके लिए बहुत मायने रखता है क्योंकि इस दिन उन्होंने अपने गुरु, माता-पिता का आशीर्वाद लिया और इस नए अध्याय की शुरुआत की।

कैलाश ने अपने संघर्षपूर्ण दिनों का जिक्र करते हुए कहा, “कभी ऐसा भी समय था जब खाने के लिए कुछ नहीं था, लेकिन आज सालों की मेहनत और भगवान की कृपा से एक नया प्रकल्प शुरू कर पा रहा हूं।

इस मौके पर कैलाश ने कहा, “जब-जब हम ऐसे पवित्र तीर्थ स्थलों पर होते हैं, जहां भगवान का आशीर्वाद होता है, शिव की अलख जगती है और परमात्मा का स्मरण होता है.

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