मथुरा पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और शैक्षिक प्रमाण पत्र तैयार करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गैंग का सरगना मनीष प्रताप सिंह उर्फ मांगेराम लखनऊ का निवासी है। पुलिस के अनुसार, आरोपी मोटी रकम लेकर फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करते थे। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मौके से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और आरोपियों से पूछताछ जारी है।
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मथुरा के थाना कोतवाली पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और शैक्षिक प्रमाण पत्र बनाने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है और 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गैंग का सरगना मनीष प्रताप सिंह उर्फ मांगेराम (60), जो लखनऊ का निवासी है, पुलिस ने उसे पकड़ लिया है। अन्य गिरफ्तार आरोपियों में सुरेश चंद्र, ऋषि, मुकेश और रामप्रकाश शामिल हैं, जबकि गैंग का एक सदस्य विक्रम सिंह फरार है, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में फर्जी मार्कशीट, टीसी, शैक्षिक प्रमाण पत्र और इन्हें बनाने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं। इस गैंग का काम अलग-अलग राज्यों के शिक्षा बोर्ड और विश्वविद्यालयों के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार करना था।
पुलिस के अनुसार, यह गैंग मोटी रकम लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार करता था और प्रति दस्तावेज 5 हजार से लेकर 45 हजार रुपये तक वसूलता था। गैंग ने मथुरा के बजरंग धर्मकांटा के पास एक मकान किराए पर ले रखा था, जहां पूरी तरह से फर्जीवाड़े का काम चल रहा था। पुलिस ने वहां से फर्जी दस्तावेज बनाने के उपकरण और कई नकली प्रमाण पत्र बरामद किए हैं।
एसएसपी मथुरा शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि मनीष प्रताप सिंह उर्फ मांगेराम पहले लखनऊ में इस अवैध धंधे को चला रहा था, लेकिन वहां पुलिस कार्रवाई के बाद वह मथुरा में यह काम करने लगा। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपी की तलाश जारी है।