मथुरा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मासूम बच्चा अपने घर के बाहर खेल रहा था, तभी आवारा कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला बोल दिया। कुत्तों ने बच्चे को खींचकर जंगल की ओर ले जाना शुरू कर दिया। साथ खेल रहे बच्चों ने यह देखकर तुरंत घर जाकर परिजनों को सूचना दी। हालांकि, जब तक परिजन मौके पर पहुंचे, बच्चा गंभीर रूप से घायल हो चुका था। इस दर्दनाक घटना ने इलाके में गहरा शोक पैदा कर दिया है।
मथुरा के कोसीकलां स्थित ईदगाह कॉलोनी में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जहां तीन वर्षीय मासूम सोफियान बच्चों के साथ घर के बाहर खेल रहा था। तभी आवारा कुत्तों के झुंड ने उसे घेर लिया और नोंच-नोंच कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जब तक साथी बच्चों ने घर जाकर परिजनों को सूचना दी, तब तक मासूम की मृत्यु हो चुकी थी।
बुधवार दोपहर करीब तीन बजे हासिम का तीन वर्षीय बेटा सोफियान घर के बाहर अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था, तभी वहां बैठे आवारा कुत्तों के झुंड ने मासूम को घेर लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुत्तों ने सोफियान को खींचते हुए जंगल की ओर ले जाना शुरू कर दिया। इस दौरान बच्चे की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े, लेकिन तब तक कुत्तों ने उसे बुरी तरह घायल कर दिया था।
इस दर्दनाक घटना की जानकारी बच्चों ने घर जाकर परिजनों को दी। जब तक परिजन मौके पर पहुंचे, तब तक कुत्तों ने मासूम के चेहरे और शरीर को बुरी तरह नोंच लिया था। स्थिति को गंभीर देखते हुए, परिजन उसे तुरंत स्थानीय अस्पताल ले गए, लेकिन वहां हालत को चिंताजनक देखकर चिकित्सकों ने उसे अन्य अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। उपचार के दौरान, जब परिजन उसे अस्पताल ले जा रहे थे, रास्ते में मासूम की मौत हो गई.
इस दुखद घटना के बाद परिवार में गहरा शोक व्याप्त है, वहीं कॉलोनी के लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। जानकारी के अनुसार, सोफियान अपने घर में तीन भाइयों में सबसे छोटा था। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
क्षेत्रीय निवासी शाकिर लम्बरदार ने कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए प्रशासन को आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने बताया कि कई इलाकों में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है, जिसके कारण बच्चे और बुजुर्ग अकेले बाहर निकलने से डरते हैं.