अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की डिपोर्टेशन पॉलिसी के चलते दुनियाभर में हड़कंप मच गया है। ट्रंप के आदेश के बाद अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को उनके देशों में भेजा जा रहा है, जिसमें भारत के 104 प्रवासी भारतीय भी शामिल हैं। इस मुद्दे को लेकर संसद में विपक्षी नेताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों ने हथकड़ियां पहनकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। लोकसभा में इस पर हंगामा हुआ, जहां सांसदों ने ‘सरकार शर्म करो’ के नारे लगाए।
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अमेरिका से भारतीयों के डिपोर्टेशन पर संसद में गुरुवार को भारी हंगामा देखने को मिला। विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर विरोध जताया और ‘सरकार शर्म करो’ के नारे लगाए। कुछ सांसदों ने तो हथकड़ियां पहनकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिससे संसद में तनाव का माहौल बन गया।
विपक्षी नेताओं ने सरकार से इस मुद्दे पर तत्काल और सख्त कदम उठाने की मांग की, जबकि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इसे विदेश नीति का मामला बताते हुए सरकार का पक्ष रखा।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इसे विदेश नीति का मुद्दा बताया, वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह 2009 से हो रहा है और अवैध प्रवास किसी भी देश की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है. विपक्षी सांसदों का कहना है कि अमेरिका से डिपोर्ट कर लाए गए भारतीयों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया.
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा- जो लोग भारत को विश्वगुरु बनाने का सपना दिखा रहे थे, वे अब चुप क्यों हैं? विदेश मंत्रालय क्या कर रहा है? महिला, सरकार बच्चों को भी नहीं बचा पाई. ये लोग भारत छोड़कर क्यों गए थे सरकार बताएं. विपक्ष को संसद में इस मुद्दे पर चर्चा करने दे।
प्रियंका गांधी ने कहा- बहुत बात की गई थी कि मोदी जी और ट्रम्प जी बहुत अच्छे मित्र हैं, फिर मोदी जी ने ऐसा क्यों होने दिया? क्या इंसानों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है कि उनको हथकड़ियां और बेड़ियां पहनाकर भेजा जाए? ये कोई तरीका है। प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए।