ऑपरेशन सिंदूर के सफल सैन्य कार्रवाई के बाद PM मोदी ने सोमवार को राष्ट्र को संबोधित किया। अपने पहले संदेश में उन्होंने इस सैन्य अभियान को न्याय की अखंड प्रतिज्ञा करार दिया और साफ किया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ नई नीति पर चलेगा, जहां से हमला होगा, वहीं पर वार होगा।पीएम मोदी ने कहा कि टेरर और टॉक एक साथ नहीं चल सकते हैं। टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं हो सकते हैं। पाकिस्तान से बात होगी तो सिर्फ आतंक और पीओके के मुद्दे पर ही होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकियों ने पहलगाम में जो निर्दोष नागरिकों पर क्रूर हमला किया, उसने देश को झकझोर दिया। इसके बाद, भारत की सेनाओं को पूरी छूट दी गई और उन्होंने पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों पर निर्णायक प्रहार किया।
ऑपरेशन सिंदूर की बड़ी बातें
- बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकानों को भारत ने सटीक हमलों में तबाह किया।
- 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया, कई आतंकी सरगनाओं का सफाया हुआ।
- भारत ने पाकिस्तान की मिसाइल और ड्रोन हमलों को एयर डिफेंस सिस्टम से नाकाम किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारी बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने वालों को मिटा दिया गया है। अब आतंक और टॉक्स (बातचीत) एकसाथ नहीं चल सकते।” उन्होंने चेतावनी दी कि “न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब भारत नहीं सहेगा।”
नई नीति के तीन स्तंभ
- आतंकी हमले का जवाब अपनी शर्तों पर दिया जाएगा।
- परमाणु हथियारों की धमकी अब नहीं चलेगी।
- आतंक को पालने वाले और उसे अंजाम देने वाले, दोनों को एक ही नजर से देखा जाएगा।
मोदी ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि अगर वह बचना चाहता है तो उसे अपने आतंकवादी ढांचे का सफाया करना होगा। सिंधु जल संधि को लेकर भी संकेत देते हुए उन्होंने कहा, पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।
मोदी ने भारत की सेनाओं को किया सलाम
उन्होंने कहा कि भारत की थल, जल और वायु सेनाएं, साथ ही खुफिया एजेंसियां और वैज्ञानिक इस उपलब्धि के सच्चे नायक हैं। भारत अब आतंक को जड़ से उखाड़ने की राह पर है।
प्रधानमंत्री ने सेना, वैज्ञानिकों और खुफिया एजेंसियों की सराहना करते हुए कहा कि इस ऑपरेशन में मेड इन इंडिया हथियारों ने निर्णायक भूमिका निभाई और भारत की सैन्य शक्ति को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।उन्होंने संबोधन के अंत में कहा, शांति का मार्ग शक्ति से होकर गुजरता है। विकसित भारत के लिए शक्तिशाली भारत आवश्यक है।