डिप्टी सीएम गुरूवार को संत प्रेमानंद महाराज के केलीकुंज आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने उन्हें साष्टांग प्रणाम किया। संत प्रेमानंद ने उन्हें निर्भय रहकर समाज की सेवा और ईमानदारी से कार्य करने का गुरुमंत्र दिया। डिप्टी सीएम ने संत के आशीर्वचनों का अनुसरण करने का संकल्प लिया।इससे पहले डिप्टी सीएम ने गोवर्धन के सीएचसी का औचक निरीक्षण किया, जहां गंदगी और अव्यवस्थाएं मिलने पर नाराजगी जताई। साथ ही, उन्होंने व्यवस्थाओं को तत्काल दुरुस्त करने और जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश भी दिए।
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उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक अपने दो दिवसीय दौरे पर मथुरा पहुंचे, जहां उन्होंने वृंदावन स्थित केलीकुंज आश्रम में संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके साथ उनकी पत्नी नम्रता पाठक भी मौजूद थीं। यह मुलाकात धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रही।
गुरुवार सुबह डिप्टी सीएम ने संत प्रेमानंद महाराज को साष्टांग दंडवत प्रणाम किया। इस दौरान एक सात्त्विक और आध्यात्मिक माहौल बन गया, जिसमें प्रेमानंद महाराज ने उपमुख्यमंत्री को जीवन और कर्तव्य से जुड़े कई अहम संदेश दिए।
प्रेमानंद महाराज का संदेश
संत प्रेमानंद महाराज ने कहा, ईमानदारी से समाज सेवा करें, यही भगवत प्राप्ति का मार्ग है। प्रलोभन और भय – ये दो चीजें मनुष्य को गिराती हैं। न किसी से डरना है, न किसी लालच में पड़ना है। जो मिला है, उसी में संतुष्ट रहकर कर्तव्य पालन करें।”महाराज ने यह भी स्पष्ट किया कि भगवत प्राप्ति केवल सन्यास लेकर या माला लेकर नहीं होती, बल्कि कर्तव्यों को ईमानदारी और प्रभु स्मरण के साथ निभाने से होती है।
डिप्टी सीएम की प्रतिक्रिया
बृजेश पाठक ने महाराज के चरणों में नमन करते हुए कहा,गुरुदेव, आपने जो मार्ग दिखाया है, उसी पर चलने का प्रयास करूंगा। आपकी कृपा और राधारानी की कृपा बनी रहे, यही कामना है। डिप्टी सीएम ने कहा कि समाज सेवा के साथ ही प्रभु स्मरण उनके जीवन का उद्देश्य रहेगा। यह दौरा आधिकारिक न होकर उनका व्यक्तिगत और आध्यात्मिक जुड़ाव दर्शाता है।
धार्मिक और राजनीतिक दृष्टि से अहम
इस मुलाकात को धार्मिक दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है, क्योंकि संत प्रेमानंद महाराज की भक्तों में गहरी आस्था और व्यापक प्रभाव है।