उत्तर प्रदेश के शिकोहाबाद के नगला पोहपी गांव में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली घटना हुई, जिसमें एक मोबाइल निकालने कुएं में उतरे तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान चंद्रवीर, अजय और ध्रुव कुमार के रूप में हुई है। इस हादसे ने न केवल गांव को शोक में डुबो दिया.
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हादसे की शुरुआत
दोपहर 1 बजे एक मोबाइल फोन कुएं में गिर गया। पहले ध्रुव, फिर अजय और फिर उनका चाचा चंद्रवीर बारी-बारी से मोबाइल निकालने कुएं में उतरे। मगर कुएं में मौजूद जहरीली गैस के कारण तीनों बेहोश हो गए।
घटना की जानकारी मिलने के बाद फायर ब्रिगेड और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड की टीम रिसाव वाले ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ पहुंची, रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया ।
लोगों का फूटा गुस्सा
घटना के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। महिलाएं और पुरुष अधिकारियों पर भड़क उठे। स्थिति को संभालने के लिए सीओ प्रवीण तिवारी और इंस्पेक्टर अनुज राणा को माइक लेकर ग्रामीणों को शांत करना पड़ा।
रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीर
- रेस्क्यू में कुल 2.30 घंटे से अधिक का समय लगा
- 10 ऑक्सीजन सिलिंडर पूरी तरह खाली हो गए
- दो फायरमैन – नेत्रपाल और योगेंद्र – सिलिंडर के सहारे कुएं में उतरे
- कुएं में ऑक्सीजन की जांच के लिए पहले मोमबत्ती प्रयोग किया गया, जो 10 फीट में ही बुझ गई
शवों को बाहर लाने का क्रम
- 3:30 बजे: चंद्रवीर का शव निकाला गया
- 4:00 बजे: अजय का शव बाहर आया
- 5:10 बजे: ध्रुव का शव निकाला गया
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
मृतक अजय की मां और पत्नी बेसुध हो रही थीं। ग्रामीण महिलाएं प्रशासन को कोसती रहीं। उनका कहना था कि अगर समय पर ऑक्सीजन सिलिंडर आता, तो शायद किसी की जान बच सकती थी।