वृंदावन में फर्जी डीएसपी गिरफ्तार, वर्दी पहनकर कर रहा था वसूली; ऐसे खुली फर्जीवाड़े की पोल

वृंदावन में फर्जी डीएसपी गिरफ्तार, वर्दी पहनकर कर रहा था वसूली

मथुरा के वृंदावन में शुक्रवार को पुलिस ने एक फर्जी डीएसपी को रंगेहाथ गिरफ्तार किया। आरोपी खुद को पुलिस अधिकारी बताकर शराब ठेकों और दुकानदारों से वसूली कर रहा था। आरोपी की पहचान सिद्धार्थ चक्रवर्ती, निवासी चंदन नगर, हुबली (पश्चिम बंगाल) के रूप में हुई है। थाना प्रभारी के अनुसार, वह 5 जुलाई को वृंदावन आया और 16 जुलाई को पुलिस वर्दी खरीदकर खुद को सीओ स्तर का अधिकारी बताने लगा।सिद्धार्थ ने ई-रिक्शा चालकों और शराब ठेकों से वसूली शुरू कर दी थी। शक होने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उसे जाल बिछाकर गिरफ्तार किया। पुलिस को उसके पास से फर्जी CBI का आईडी कार्ड, वर्दी और मोबाइल में संबंधित दस्तावेज मिले हैं।पूछताछ में पता चला कि वह पहले भी हुगली में फर्जी पुलिस बनकर जेल जा चुका है। पुलिस आरोपी की गतिविधियों की जांच कर रही है।

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मथुरा के वृंदावन में शुक्रवार को पुलिस ने एक फर्जी डीएसपी को वर्दी पहनकर वसूली करते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान सिद्धार्थ चक्रवर्ती (32) के रूप में हुई है, जो पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के चंदन नगर का रहने वाला है। वह पूर्व में भी इसी प्रकार के फर्जीवाड़े में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है।

ऐसे पकड़ा गया आरोपी

रंगजी चौकी प्रभारी को सूचना मिली कि केशी घाट इलाके में एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में खुद को डीएसपी बताकर शराब के ठेके और अन्य दुकानों से अवैध वसूली कर रहा है। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पूछताछ के दौरान जब आरोपी संतोषजनक जवाब नहीं दे सका, तो उसे थाने लाया गया। गहन पूछताछ में उसके फर्जी अधिकारी होने का खुलासा हुआ।

ऐसे रचाया फर्जीवाड़ा

थाना प्रभारी निरीक्षक के अनुसार, सिद्धार्थ 5 जुलाई को मथुरा आया और 16 जुलाई को वृंदावन पहुंचा। यहां उसने एक गेस्ट हाउस में कमरा लिया और पुलिस अधिकारी की वर्दी खरीदकर खुद को डीएसपी (सीओ रैंक) बताकर ई-रिक्शा चालकों और दुकानदारों से वसूली करने लगा। पुलिस ने आरोपी के पास से फर्जी वर्दी, मोबाइल में बना हुआ नकली सीबीआई आईडी कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।

पहले भी कर चुका है अपराध

पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि सिद्धार्थ 2021 में पश्चिम बंगाल के हुगली में इसी तरह फर्जी डीएसपी बनकर घूमते पकड़ा गया था और उसे जेल भेजा गया था। वृंदावन में भी वह सुनियोजित तरीके से ठगी और वसूली की योजना बना रहा था।

पुलिस की कार्रवाई जारी

फिलहाल वृंदावन पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह और किन-किन स्थानों पर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुका है।

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