उत्तर प्रदेश के जिला शाहजहांपुर तिलहर थाना क्षेत्र के गुरगिया बहादुरपुर गांव के पास पुलिस न मुठभेड़ में चार गौ-तस्करों को गिरफ़्तार किया, पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि आरोपी गौमांस को भैंस का मांस बताकर होटलों में सप्लाई करते थे।
मुठभेड़ में हुई अंधाधुंध फायरिंग
चार गौ-तस्करों में से तीन को गोली लगी है। साथ ही, मुठभेड़ में एक सिपाही के हाथ में भी गोली लगी है। पुलिस ने गौ-तस्करों और सिपाही को अस्पताल में भर्ती करवाया है। वहां से सभी को राजकीय मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है। गिरफ्तार हुए गौ-तस्करों में से एक व्यक्ति बरेली जिले का निवासी है। पुलिस द्वारा गैंग के अन्य सदस्यों की त्वरित गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है।
कुछ दिन पहले भी जंगल में गोकशी का मामला सामने आया था
5 दिन पहले 17 सितंबर को, जिला शाहजहांपुर, थाना तिलहर क्षेत्र के गुरगिया बहादुर गांव के जंगल में गौकशी की घटना सामने आयी थी। घटना की सूचना मिलाने के बाद, लोगों ने इसके खिलाफ विरोध किया और अज्ञात में एफआईआर दर्ज कराई थी। बीती रात, थाना तिलहर पुलिस को सूचना मिली कि, वे गौ-तस्कर फिर से उसी स्थान पर गौकशी करने के लिए आ रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस की टीम को देखकर , गौ-तस्करों ने अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दी, पुलिस के जवाबी फायरिंग में, तीन गौ-तस्करों को पैर में गोली लगने से घायल हो गए।
आरोपियों की पहचान
कड़े गए गौ-तस्करों की पहचान करली गयी है जिनके नाम , दानिश जिनका उपनाम छोटू है , मुन्ना, छोटे, इमरान है।
दो साथी, आरिफ और वसीम, फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है।
मुठभेड़ में सिपाही भी हुआ घायल
मौके पर पहुंची पुलिस की टीम को देखकर , गौ-तस्करों ने अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दिया, इस बीच कांस्टेबल अवनीश बरार घायल हो गए और उनके हाथ में गोली लग गयीहै।
