चीन में एक रहस्यमय बीमारी निमोनिया बुखार तेजी से फैल रही है, जिससे अधिकांश बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। चीन में पहले कोविड-19 महामारी सामने आई थी, भारत सरकार ने सांस संबंधी बीमारियों के खिलाफ प्रारंभिक उपायों की सक्रिय समीक्षा करने का निर्णय लिया है।
बीजिंग, चीन में एक रहस्यमय बुखार (चीन प्न्यूमोनिया आउटब्रेक) तेजी से फैल रहा है, जिससे अधिकांश बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। अस्पतालों में बीमार बच्चों की भारी भीड़ है। चीन में ही पहली बार कोविड-19 महामारी सामने आई थी, और इसके चार साल बाद चीन में फिर एक बार सांस की बीमारियों के बढ़ने से पूरी दुनिया में चिंता बढ़ गई है। इसके बावजूद, मेडिकल एक्सपर्ट्स सर्दियों की शुरुआत में फैलने वाले इन्फ्लूएंजा से इसे जोड़ रहे हैं। भारत ने रविवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एक हेल्थ एडवायजरी जारी की है, जिसमें उन्हें उत्तरी चीन में बढ़ते मामलों के बीच सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की तुरंत समीक्षा करने के लिए कहा गया है।
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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि उन्होंने अत्यधिक सावधानी बरतते हुए सांस संबंधी बीमारियों के खिलाफ प्रारंभिक उपायों की सक्रिय समीक्षा करने का निर्णय लिया है। चीन में सांस संबंधी बीमारी के मामलों में तेज बढ़ोतरी को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी महसूस किया है। इसके लिए इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया, और SARS-CoV-2 जैसे सामान्य कारणों को जिम्मेदार ठहराया गया है। चीन ने पिछले दिसंबर में कोविड प्रतिबंध हटा दिए थे। डब्ल्यूएचओ ने चीनी अधिकारियों से इस नए बुखार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मांगी है, लेकिन फिलहाल यह माना जा रहा है कि किसी चिंता का कोई कारण नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसके पीछे किसी नए वायरस के कारण होने की बहुत कम संभावना है।
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क्या लक्षण हैं?
यह कहा जा रहा है कि यह मुख्य रूप से राजधानी बीजिंग, उत्तरपूर्वी लियाओनिंग प्रांत और चीन के अन्य इलाकों में यह रहस्यमय बुखार तेजी से फैल रहा है। इसमें बुखार, बिना खांसी के फेफड़ों में सूजन और फेफड़े में गांठें बनना शामिल हैं। फिलहाल किसी की मौत की सूचना नहीं मिली है। बीजिंग में कुछ बच्चों को माइकोप्लाज्मा निमोनिया है, जो बच्चों में निमोनिया का एक सामान्य कारण है जिसका इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से आसानी से किया जा सकता है।
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source by news18