आध्यात्मिक गुरु संत प्रेमानंद महाराज की प्रसिद्धि का अंदाजा नव वर्ष के दिन उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ से लगाया जा सकता है। 2025 के स्वागत में बड़ी संख्या में भक्त वृंदावन पहुंचे और संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए रास्ते पर जमा हो गए। हालात यह हो गए कि सड़कें जाम हो गईं, और एक झलक पाने के लिए लोग घरों की रैलिंग पर चढ़ने तक पहुंच गए।
नव वर्ष 2025 के स्वागत पर वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने रातों-रात उनके निकलने वाले रास्ते पर डेरा जमा लिया, जिससे रास्ते जाम हो गए। श्रद्धालु उनकी एक झलक पाने के लिए घरों की रैलिंग पर चढ़ गए, और पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
संत प्रेमानंद महाराज प्रतिदिन देर रात 2:20 बजे अपने निवास स्थल ‘श्री कृष्ण शरणम्’ से निकलते हैं, जो लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित अपने आश्रम, केली कुंज जाते हैं। इस दौरान हजारों की संख्या में भक्त उनके दर्शन करने के लिए रास्ते पर जमा रहते हैं।
कुछ भक्त तो मंगलवार शाम से ही जगह पर मौजूद थे, और जैसे ही संत प्रेमानंद महाराज का रूट शुरू हुआ, उनकी एक झलक पाने के लिए लोग घरों की छतों तक चढ़ गए।