गुजरात के अहमदाबाद से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। गुरुवार को लंदन जा रही एअर इंडिया की उड़ान टेकऑफ के चंद सेकंड के भीतर ही क्रैश हो गई। इस भीषण हादसे में विमान में सवार 265 यात्रियों में से 241 की मौके पर मौत हो गई, जबकि अन्य की मौत बाद में इलाज के दौरान हुई। केवल एक यात्री रमेश विश्वास कुमार चमत्कारी रूप से जीवित बच पाए।
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विमान में 52 ब्रिटिश नागरिक भी सवार थे, जिनकी भी इस हादसे में जान चली गई। हादसे के समय विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भर ही रहा था जब अचानक वह तकनीकी गड़बड़ी के कारण नीचे गिर पड़ा और भीषण आग लग गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह अहमदाबाद पहुंचे और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने अहमदाबाद सिविल अस्पताल में बचने वाले इकलौते यात्री से बात की और पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के परिजनों को सांत्वना दी, जिनकी इस दुर्घटना में मौत हो गई। पीएम ने रूपाणी को “कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वाला साथी बताया।
वहीं विमान हादसे की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि दुर्घटनाग्रस्त बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, जो अहमदाबाद के बी.जे. मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर की एक छत पर मिला।
विमानन मंत्रालय की एएआईबी टीम, डीजीसीए अधिकारी, फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स और अहमदाबाद पुलिस हादसे की जांच में जुटी हुई है। अहमदाबाद पुलिस ने आकस्मिक मौत का केस दर्ज किया है। साथ ही अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) की टीम भी भारत पहुंच रही है, जो जांच में सहयोग करेगी।
टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि एयर इंडिया यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है और इस मामले में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी।
ब्रिटेन की उच्चायुक्त लिंडी कैमरन ने भी अहमदाबाद में पीएम मोदी से मुलाकात की और दोनों देशों ने हादसे की जांच में सहयोग का संकल्प जताया।ब्लैक बॉक्स डेटा के विश्लेषण के बाद ही दुर्घटना के सटीक कारणों का खुलासा होगा, जिसमें फ्लैप फेलियर, इंजन खराबी या अन्य तकनीकी कारण शामिल हो सकते हैं।