केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार के सीतामढ़ी में माता जानकी मंदिर का भूमिपूजन किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे। बारिश के बीच शाह ने मंदिर की पहली ईंट रखी।शाह ने समस्तीपुर से दिल्ली के लिए अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने इसे मिथिलांचल, बिहार और पूरे देश के लिए ऐतिहासिक दिन बताया। शाह ने कहा कि 890 करोड़ की लागत से भव्य मंदिर बनेगा और 137 करोड़ मंदिर के जीर्णोद्धार पर खर्च किए जाएंगे। मंदिर निर्माण के लिए 21 तीर्थों की मिट्टी, 11 नदियों का जल और अयोध्या से लाई गई ईंटों का उपयोग किया गया है। मंदिर की ऊंचाई 156 फीट होगी और इसका निर्माण राजस्थान से मंगाए गए खास बलुआ पत्थर से किया जाएगा।अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवादियों को भारत में घुसकर मारने का काम किया गया और विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं।
8 अगस्त को बिहार के सीतामढ़ी स्थित पुनौरा धाम में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माता जानकी मंदिर के निर्माण कार्य का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर धार्मिक वातावरण में जयकारों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। अमित शाह ने मंच से अपने संबोधन में मिथिलांचल को भारतीय संस्कृति का अनमोल रत्न बताया और कहा कि यहां की परंपरा और इतिहास पूरे देश को गौरव प्रदान करता है।
अमित शाह ने कहा कि यह केवल सीतामढ़ी या बिहार के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश और विश्व के लिए शुभ दिन है। उन्होंने बताया कि माता सीता की जन्मस्थली पुनौराधाम में 890 करोड़ रुपये की लागत से भव्य मंदिर और स्मारक का निर्माण होगा। मौजूदा मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 137 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत वाल्मीकिनगर, मधुबनी के फुलहर स्थान, सीतामढ़ी के पंथपाकर, अहिल्यास्थान, रामरेखा घाट और मुंगेर-गया के सीताकुंड जैसे स्थलों का भी विकास किया जाएगा।
शाह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि उड़ी, पुलवामा और पहलगाम हमलों के जवाब में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक जैसे कठोर कदम उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और लालू यादव की पार्टी संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विरोध कर रही है, जबकि यह देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
शाह ने बिहार में घुसपैठियों के मुद्दे को भी उठाया और SIR (Special Intensive Revision) प्रक्रिया का समर्थन किया। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या घुसपैठियों को मतदाता सूची से नहीं हटाया जाना चाहिए? उन्होंने कांग्रेस और राजद पर आरोप लगाया कि वे घुसपैठियों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं।
उन्होंने राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि वे मतदाता पुनरीक्षण पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि यह प्रक्रिया पहले भी कई बार हो चुकी है। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने अब तक बिहार के विकास के लिए 83 हजार करोड़ रुपये की योजनाएं दी हैं। उन्होंने सीतामढ़ी में बन रही सड़कों, रेलवे प्रोजेक्ट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर कार्यों का ब्यौरा देते हुए कहा कि यह सभी योजनाएं बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।
तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि उनके माता-पिता के शासनकाल में केवल गुंडागर्दी और अपहरण हुआ। उन्होंने पूछा कि मिथिलांचल के विकास के लिए उन्होंने क्या किया? उन्होंने कहा कि अगर जवाब देना है तो सीतामढ़ी के इसी मैदान में आकर दें और मां जानकी का आशीर्वाद लें। अंत में फिर से पूछना चाहता हूं कि बिहार चुनाव से पहले घुसपैठियों को निकालना चाहिए या नहीं? जो भारत में जन्मा नहीं है, उसे वोट करने का अधिकार भारत का संविधान नहीं देगा।
राहुल बाबा आप संविधान लेकर घूम रहे हो, तनिक उसे खोलकर पढ़ भी लो। घुसपैठियों को चुनावी प्रक्रिया में शामिल नहीं होना है। वह एसआईआर का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि घुसपैठिये उनका वोट बैंक है। मैं भी मोदीजी के साथ बिहार की बैठकें ले रहा हूं, घूम रहा हूं… मुझे स्पष्ट दिख रहा है कि बिहार में आने वाले दिनों में पूर्ण बहुमत के साथ एनडीए की सरकार बनने वाली है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि 2005 से राज्य में लगातार विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार बिजली मुफ्त देने जा रही है और सामाजिक पेंशन व मानदेय में वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य को हर क्षेत्र में सहयोग दिया है.चाहे वह सड़क, स्वास्थ्य, पर्यटन या बाढ़ नियंत्रण हो। उन्होंने केंद्रीय बजट में बिहार को दी गई विशेष आर्थिक सहायता की भी सराहना की।
मुख्यमंत्री ने पुनौरा धाम में मंदिर के भूमिपूजन के लिए अमित शाह को धन्यवाद दिया और कहा कि अयोध्या से सीतामढ़ी को जोड़ने वाले मार्ग के निर्माण की योजना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि यह केवल मंदिर नहीं, बल्कि मिथिला की सांस्कृतिक पहचान का पुनर्जागरण है।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा सहित कई अन्य गणमान्य नेता उपस्थित रहे। मंच से गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय ने भी विपक्ष पर तीखे हमले किए।
कार्यक्रम के दौरान सीतामढ़ी-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस ट्रेन को विशेष रूप से श्रद्धालुओं के लिए बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। शिलान्यास समारोह में देशभर से आए 1500 से अधिक संतों के लिए ‘सीता रसोई’ की ओर से निःशुल्क भोजन की विशेष व्यवस्था की गई थी। इस अवसर पर 12 हजार नवैद्यम लड्डुओं का वितरण भी किया गया।
पुनौरा धाम में माता जानकी का भव्य मंदिर अब केवल धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक जागरण का प्रतीक बनने जा रहा है।