राधा-कृष्ण की भक्ति में रचे-बसे वृंदावन में एक अद्भुत दृश्य उस समय देखने को मिला जब ठाकुर बांके बिहारी जी को अमेरिकी डॉलर की माला पहनाई गई। यह अनोखी भेंट कनाडा से आए एक भक्त द्वारा अर्पित की गई, जिसने अपनी श्रद्धा और समर्पण को विशिष्ट अंदाज में व्यक्त किया।
मंदिर के सेवायत आशीष गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह भक्त कनाडा निवासी है, जहां अमेरिकी डॉलर एक प्रमुख मुद्रा है। ठाकुर जी की कृपा से पूर्ण हुई अपनी मनोकामना के उपलक्ष्य में, भक्त ने प्रेम और समर्पण के प्रतीक स्वरूप डॉलर की माला अर्पित की।
हरे रंग के डॉलर नोटों से बनी यह माला जब ठाकुर जी के विग्रह पर सजाई गई, तो मंदिर का वातावरण कुछ क्षणों के लिए विस्मय और श्रद्धा से भर उठा। आमतौर पर फूलों, रत्नों और पारंपरिक आभूषणों से सजे रहने वाले ठाकुर जी को इस रूप में देख श्रद्धालु भी अभिभूत हो उठे।
सेवायत ने यह भी कहा कि यह भेंट केवल भौतिक मूल्य नहीं, बल्कि अंतरात्मा से जुड़ा भाव है। ठाकुर बांके बिहारी को भौतिक वस्तुएं नहीं, बल्कि भक्त का प्रेम, भाव और समर्पण प्रिय है, और यह माला उसी भाव की अभिव्यक्ति थी।
यह घटना एक बार फिर यही सिद्ध करती है कि वृंदावन की भूमि पर भक्ति की कोई सीमा नहीं होती। चाहे कोई किसी भी देश या संस्कृति से जुड़ा हो, यदि उसका हृदय ठाकुर जी के चरणों में समर्पित है, तो वही सच्ची भक्ति मानी जाती है।