एनआईए ने दो संदिग्धों, मुसाविर हुसैन शाज़िब, जिन्होंने कथित तौर पर कैफे में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाया था और मामले में साजिश रचने के लिए अब्दुल मथीन अहमद ताहा, के बारे में जानकारी देने के लिए इनाम की घोषणा की।
यह भी पढ़ें : आरसीबी बनाम केकेआर मुकाबले के दौरान विराट कोहली और गौतम गंभीर मिले गले, कोहली ने लगाई 52वीं आईपीएल फिफ्टी।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट मामले में दो संदिग्धों की जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। एनआईए ने दो संदिग्धों, मुसाविर हुसैन शाज़िब, जिन्होंने कथित तौर पर रामेश्वरम कैफे में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाया था, और मामले में साजिश रचने के लिए अब्दुल मथीन अहमद ताहा, के बारे में जानकारी देने के लिए इनाम की घोषणा किया है। ये दोनों पहले से ही 2020 के आतंकवाद मामले में वांछित हैं।
इसमें कहा गया है कि दोनों संदिग्धों के बारे में जानकारी रखने वाले लोग info.blr.nia@gov.in पर ईमेल या कॉल के जरिए एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं।
एनआईए ने कहा कि शाजिब पहचान छुपाने के लिए मोहम्मद जुनेद सईद नाम का इस्तेमाल कर रहा था। एजेंसी ने कहा, इसी तरह, ताहा विग्नेश नाम के साथ हिंदू पहचान दस्तावेजों और जाली आधार कार्ड का उपयोग कर रहा था। इसमें आगे कहा गया कि सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी. एनआईए टीम द्वारा कर्नाटक में 12, तमिलनाडु में पांच और उत्तर प्रदेश में एक सहित 18 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाने के बाद एजेंसी ने 28 मार्च को मामले के सह-साजिशकर्ताओं में से एक मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया था।
छापेमारी 17 मार्च को शरीफ सहित तीन संदिग्धों के आवासों और अन्य हितबद्ध व्यक्तियों के घरों और दुकानों पर की गई थी। तलाशी के दौरान विभिन्न डिजिटल उपकरण और नकदी जब्त की गई। एनआईए ने कहा था कि शरीफ ने घटना में शामिल अन्य आरोपी व्यक्तियों को साजो-सामान संबंधी सहायता प्रदान की थी। 1 मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में कम तीव्रता वाले विस्फोट में दस लोग घायल हो गए थे। यह विस्फोट टाइमर का उपयोग करके आईईडी बम को ट्रिगर करके किया गया था।
Trending Videos you must watch it