ठाकुर श्रीकेशवदेव मंदिर में बुधवार को अमावस्या पर्व पर पारंपरिक नौका विहार उत्सव श्रद्धापूर्वक मनाया गया। भगवान श्रीकृष्ण को रत्नजड़ित पोशाक पहनाकर प्रतीकात्मक यमुना में नौका पर विराजमान कराया गया। मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया और संकीर्तन मंडल ने भजन प्रस्तुत किए। दूर-दराज से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। महिलाओं व पुरुषों ने चुनरी मनोरथ अर्पित किया। आयोजन में मंदिर समिति और कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
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ठाकुर श्रीकेशवदेव मंदिर में बुधवार को अमावस्या के अवसर पर पारंपरिक नौका विहार का आयोजन श्रद्धा और उल्लास के साथ किया गया। भगवान श्रीकृष्ण को गर्मी से राहत देने के उद्देश्य से उन्हें रत्नजड़ित पोशाक पहनाकर यमुना जल से प्रतीक रूप में निर्मित सरोवर में नौका पर विराजमान कराया गया।
मंदिर को सुंदर फूलों से सजाया गया था और श्री कृष्णा सामूहिक संकीर्तन मंडल के सदस्यों ने भजन-कीर्तन प्रस्तुत किए। भक्तों ने जयकारों के साथ ठाकुरजी के दर्शन किए।
महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने चुनरी मनोरथ भी अर्पित किया। इस अवसर पर मनमोहन, योगेंद्र गोयल, रामकुमार अग्रवाल सहित कई श्रद्धालु एवं मंदिर समिति के सदस्य उपस्थित रहे।