संभल में बवाल: उग्र भीड़ ने वाहनों को आग के किया हवाले, SP, CO और इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी

संभल में बवाल: उग्र भीड़ ने वाहनों को आग के किया हवाले

उत्तर प्रदेश के संभल से एक ताज़ा घटना सामने आई है, जहां आज सुबह शाही जामा मस्जिद का सर्वे किया गया। सर्वे टीम सुबह 6 बजे के करीब मस्जिद के पास पहुंची, जिसके साथ ही डीएम, एसपी, एसडीएम, सीओ और भारी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और आरआरएफ को मौके पर तैनात किया गया। हालांकि, जैसे ही सर्वे कार्य शुरू हुआ, मस्जिद के बाहर तनाव उत्पन्न हो गया और उग्र भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले फेंकने पड़े, साथ ही कुछ लोगों पर लाठीचार्ज भी किया गया। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर, पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। घटना के बाद सर्वे टीम को सुरक्षित तरीके से मस्जिद से बाहर निकाला गया और पुलिस ने टीम को सुरक्षित रास्ते से बाहर भेजा।

यह भी पढ़ें :राशिफल 24 नवंबर 2024 : आज दिन रविवार, बन रहा है  गजकेसरी राजयोग, इन 4 राशियों का भाग्य बदलने वाला है, संपत्ति और धन लाभ की प्रबल संभावनाएं हैं।

डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे

आज फिर संभल के जामा मस्जिद में सर्वे किया गया, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। सर्वे के दौरान बड़ी संख्या में लोग आक्रोशित हो गए, और पुलिस और भीड़ के बीच धक्का-मुक्की का दौर चला। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई और डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने मोर्चा संभाला। आक्रोशित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।

जब डीएम और एसपी भीड़ को समझाने पहुंचे, तो उन्होंने विरोध स्वरूप नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस को स्थिति पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान भीड़ द्वारा पत्थरबाजी की घटना सामने आई, जिसके बाद पुलिस ने पूरे इलाके में निगरानी बढ़ा दी है। ड्रोन कैमरों से अब हर गली की निगरानी की जा रही है, और घरों की छतों पर भी पुलिस बल तैनात किया गया है।

साथ ही, जो गाड़ियां आग की चपेट में आई थीं, उनकी आग बुझाने का काम जारी है। फिलहाल इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है, और कई घरों के दरवाजे बंद हैं। पुलिस प्रशासन ने पूरी स्थिति पर कड़ी नजर बनाए रखी है।

एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई का बयान आया सामने

संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा, “कोर्ट के आदेश के तहत संभल जिले में जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया। सर्वे के दौरान कुछ लोग विरोध करने के लिए इकट्ठा हुए और पथराव करने लगे। इस पर पुलिस ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान उपद्रवियों ने जामा मस्जिद के पास खड़ी कुछ पुलिस गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। हालांकि, कानून-व्यवस्था अब नियंत्रण में है और शांति बनी हुई है।

उन्होंने आगे कहा, “सर्वेक्षण का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है और ड्रोन से वीडियोग्राफी की गई है। साथ ही सीसीटीवी कैमरों की मदद से इन घटनाओं में शामिल लोगों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया- सर्वे का काम हुआ पूरा

सर्वे का कार्य अब पूरा हो गया है। वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया, “19 नवंबर को पारित न्यायालय के आदेश के तहत आज एडवोकेट कमिश्नर द्वारा दूसरे दिन का सर्वेक्षण सुबह 7:30 बजे से 10:00 बजे तक किया गया। इस दौरान सभी आवश्यक विशेषताओं का अध्ययन किया गया। न्यायालय के निर्देशानुसार वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई। अब यह सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। सर्वे रिपोर्ट 29 नवंबर से पहले या 29 नवंबर को न्यायालय के समक्ष पेश की जाएगी।

डिप्टी सीएम ने की कार्रवाई की कही

संभल में हुई पत्थरबाजी की घटना पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “न्यायालय के आदेश का पालन करना सरकार और पुलिस का कर्तव्य है। यदि कोई इसमें रुकावट डालने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इसके साथ ही, राज्य मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, “कुछ लोग खुद को संविधान, कानून और न्यायपालिका से ऊपर समझ रहे हैं। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार सभी से कानून का पालन कराएगी। इस तरह की गुंडागर्दी और कोर्ट के आदेश का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी को भी अपने धर्म के नाम पर ऐसी हरकत करने की इजाजत नहीं दी जा सकती.

29 नवंबर तक सर्वे रिपोर्ट जमा करनी है

कि 19 नवंबर को हिंदू पक्ष ने सिविल सीनियर डिवीजन चंदौसी न्यायालय में एक याचिका दायर की थी, जिसमें यह कहा गया था कि संभल की शाही जामा मस्जिद वास्तव में श्री हरिहर मंदिर है, जिसे बाबर के शासनकाल में 1529 में मस्जिद का रूप दिया गया। इस याचिका के बाद कोर्ट ने मस्जिद का सर्वे करने का आदेश दिया था। आज इस मामले में फिर से सर्वे किया गया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। जिला अदालत ने 29 नवंबर तक सर्वे की रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।

जानिए पूरा मामला

संभल जिले की अदालत के आदेश पर मंगलवार को जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया। याचिकाकर्ता, अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि अदालत ने जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के लिए ‘एडवोकेट कमीशन’ गठित करने के निर्देश दिए थे। कोर्ट ने यह भी आदेश दिया था कि सर्वेक्षण के दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की जाए, और इसके बाद पूरी रिपोर्ट अदालत में पेश की जाए।

विष्णु शंकर जैन ने कहा, “संभल में स्थित हरिहर मंदिर हमारे धार्मिक विश्वास का केंद्र है। हमारे अनुसार, यहां पर दशावतार के कल्कि अवतार का आगमन होना है। बाबर ने 1529 में इस मंदिर को तोड़कर मस्जिद में बदलने की कोशिश की थी। यह क्षेत्र एएसआई द्वारा संरक्षित है, और इसमें किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं किया जा सकता।

उन्होंने आगे कहा, “मस्जिद में कई ऐसे निशान और संकेत मौजूद हैं, जो हिंदू मंदिर से संबंधित हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अदालत ने यह आदेश जारी किया है.

Trending Videos you must watch it

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »