छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: चैतन्य बघेल को कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड पर भेजा, ईडी करेगी पूछताछ

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: चैतन्य बघेल को कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड पर भेजा

छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद चैतन्य को रायपुर स्थित विशेष पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें पांच दिन की ईडी रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी की ओर से अदालत से 15 दिन की रिमांड की मांग की गई थी, हालांकि कोर्ट ने फिलहाल पांच दिन की हिरासत ही स्वीकृत की है। मामले से संबंधित कोर्ट आदेश की आधिकारिक प्रति अभी सार्वजनिक नहीं की गई है।

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प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने उन्हें रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने चैतन्य को 22 जुलाई तक 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तारी शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है। चैतन्य के वकील ने आरोप लगाया कि उन्हें बिना समन दिए गिरफ्तार किया गया और पूजा करते वक्त ईडी की टीम ने जूते पहनकर पूजा स्थल में प्रवेश किया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।

गिरफ्तारी के बाद भूपेश बघेल ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया और लिखा कि ‘जन्मदिन का जैसा तोहफ़ा मोदी और शाह जी देते हैं वैसा दुनिया के किसी लोकतंत्र में और कोई नहीं दे सकता। मेरे जन्मदिन पर दोनों परम आदरणीय नेताओं ने मेरे सलाहकार और दो ओएसडी के घरों पर ईडी भेजी थी। और अब मेरे बेटे चैतन्य के जन्मदिन पर मेरे घर पर ईडी की टीम छापामारी कर रही है। इन तोहफ़ों का धन्यवाद। ताउम्र याद रहेगा।

साथ ही उन्होंने एक और ट्वीट किया जिसमें लिखा कि, एक पेड़ मां के नाम और सारा जंगल …..??? तमनार में अडानी द्वारा की जा रही पेड़ कटाई के ख़िलाफ़ कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य कर दिया गया। न पेसा कानून का पालन हुआ, न एनजीटी के निर्देशों का पालन हुआ और न ही विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव का मान रखा गया। चर्चा तक नहीं हो सकती। हसदेव के जंगल को उजाड़ा जा रहा है। देखते रहिए प्रदेश की भाजपा सरकार अडानी को छत्तीसगढ़ का सारा जंगल सौंप देगी। क्योंकि अडानी के आकाओं का यही आदेश है.

गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया और रायपुर, छत्तीसगढ़: कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के खिलाफ ED कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

वहीं, बीजेपी ने इस मामले पर तंज कसते हुए ट्वीट किया – बाप नंबरी, बेटा दस नंबरी।

गृह मंत्री विजय शर्मा ने चैतन्य की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “भ्रष्टाचार में नवाचार और प्रसारण हुए हैं। शायद यही कारण है कि ईडी को कार्रवाई करनी पड़ी।यह मामला छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल पैदा कर रहा है और आगामी दिनों में सियासी गर्मी और बढ़ने की संभावना है।

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