हाथरस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को स्वयं हाथरस पहुंचकर अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और फिर सीएम योगी ने हाथरस जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और उनसे उनका हाल चाल पूछा. साथ ही सीएम योगी जी ने डॉक्टरों को सभी घायलों के समुचित उपचार के निर्देश भी दिए। वहीं, मामले की रिपोर्ट एसडीएम द्वारा जिलाधिकारी को सौंप दी गयी है। इन सबके बाद मुख्यमंत्री ने जिले में मीडिया को संबोधित किया। प्रशासन ने अब तक 121 मौत की पुष्टि की है। मंगलवार देर रात 22 लोगों के खिलाफ सिकंदराराऊ थाने के दरोगा ने FIR दर्ज कराई है। इसमें मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर का नाम है। बाकी सब अज्ञात हैं।
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हाथरस में सत्संग में हुई भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों और घायलों को देखने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंचकर हाथरस पुलिस लाइन में हालात का जायजा लिया और उसके बाद सीधे जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। घायलों से मुलाकात करने के बाद उन्होंने मीडिया सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा इस कार्यक्रम में जो सज्जन की कथा संपन्न होने के बाद, कथावाचक के मंच से उतरने के दौरान कथावाचक को छुने के लिए महिलाओं का एक दल आगे गया और इसी दौरान यह बड़ी घटना घटित हुई है
हाथरस में मंगलवार को नारायण साकार हरि भोले बाबा के सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ मचने से अब तक 122 लोगों की मौत हो चुकी है। भोले बाबा के सत्संग में यहां देश के कई राज्यों से भक्त शामिल हुए थे। इस मामले को लेकर सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस घटना में जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
हाथरस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को स्वयं हाथरस पहुंचे यहां उन्होंने हाथरस पुलिस लाइन में हालात का जायजा लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सीधे जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों से मुलाकात की। घायलों से मुलाकात के बाद एक मीडिया सम्मेलन में सीएम योगी ने कहा कि इस पूरे हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है।और उन्होंने यह भी कहा कि सत्संग में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश के साथ साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश से भी लोग यहां पर पहुंचे थे।
वहीं प्रदेश में हाथरस, बदायूं, कासगंज, अलीगढ़, एटा, ललितपुर, फैजाबाद, आगरा जनपद के लोग सत्संग में सम्मिलित होने के लिए आए थे। हाथरस के जिला अस्पताल में कई लोगों का इलाज जारी है। इस घटना के चश्मदीद से बात की उन्होंने बताया कि हादसा बाबा के सत्संग से निकलने के दौरान हुआ है। और यह भी बताया की जब सज्जन के उपदेश देने के बाद मंच से उतरने के बाद जीटी रोड के पास उनका काफिला आया तो उसे छूने की कोशिश में महिलाओं का एक काफिला आगे आया और उसके लोग एक दूसरे को कुचलते चले गए। इसका सबसे दुखद पहलू यह था कि जो सेवादार प्रशासन को भी अंदर नहीं घुसने देते। दुघर्टना होने के दौरान और बाद में सेवादारों ने मामले को दबाने का प्रयास किया।
सीएम ने कहा कि इसकी जांच के लिए एडीजी आगरा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। इस घटना की तह तक जाने के लिए उनसे कहा गया है। इस घटना में आयोजकों से भी पूछताछ की जाएगी। सीएम ने कहा कि क्या यह हादसा या साजिश? घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जाएगी । इस तरह घटाना फिर से दोहराई ना हो इसके लिए एक एसओपी बनाई जाएंगी ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के हादसे पर कहा, ‘इस पूरी घटना की तह तक जाने के लिए शासन स्तर पर हमने कल भी व्यवस्था बनाई थी लेकिन हमारी प्राथमिकता राहत-बचाव कार्य थी। कौन इसके पीछे है? यह पता करने के लिए न्यायिक जांच कराई जाएगी।
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