उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 दिसंबर को अयोध्या का दौरा करेंगे। इस दौरान वह रामायण मेले का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री सुबह 10:55 बजे रामकथा पार्क के पास स्थित हेलीपैड पर उतरेंगे और फिर 11 बजे रामायण मेला का उद्घाटन करेंगे। यह मेला 5 दिसंबर से 8 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों की विशेष झलक देखने को मिलेगी.
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चार दिवसीय रामायण मेले का उद्घाटन बृहस्पतिवार, 5 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। यह मेला 5 से 8 दिसंबर तक अयोध्या के सरयू तट स्थित रामकथा पार्क में आयोजित होगा, जहां गीत-संगीत और अध्यात्म की त्रिवेणी प्रवाहित होगी।
सीएम योगी सुबह 10:55 बजे रामकथा पार्क के पास स्थित हेलीपैड पर पहुंचेंगे और फिर 11 बजे रामायण मेले का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री करीब दो घंटे तक अयोध्या में रहेंगे, इस दौरान वे हनुमानगढ़ी और रामलला के दरबार में भी हाजिरी लगाएंगे। इसके साथ ही, सीएम के जानकी महल ट्रस्ट द्वारा आयोजित विवाहोत्सव में भी भाग लेने की संभावना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर 12 बजे हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन करेंगे, और फिर 12:20 बजे रामलला के दरबार में हाजिरी लगाएंगे। इस दौरान वे राममंदिर निर्माण की प्रगति का जायजा भी लेंगे। रामलला के दर्शन के बाद, मुख्यमंत्री 12:45 बजे महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचेंगे और मुंबई के लिए रवाना होंगे।
मुंबई दौरे की तैयारियों को लेकर बुधवार को पूरे दिन अधिकारी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में व्यस्त रहे। मंडलायुक्त गौरव दयाल, डीएम चंद्र विजय सिंह और नगर विधायक वेदप्रकाश गुप्ता ने रामायण मेला स्थल पर तैयारियों का निरीक्षण भी किया।
रामायण मेला समिति के संयोजक आशीष मिश्र ने बताया कि इस वर्ष भी रामायण मेला में न केवल धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अद्भुत संगम भी देखने को मिलेगा। मेला में चार दिनों तक कथा, प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक गायन, नृत्य नाटिका और अन्य प्रस्तुतियां होंगी।संस्कृति विभाग के विभिन्न जिलों के 20 से अधिक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इसके अलावा, चार दिनों तक अलग-अलग कथा प्रवाचकों द्वारा रामकथा का प्रवचन भी किया जाएगा।
रामायण मेला 1982 में शुरू हुआ था
प्रख्यात समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया की परिकल्पना के तहत पहले चित्रकूट और बाद में अयोध्या में रामायण मेले का आयोजन शुरू किया गया था। अयोध्या में इस मेले की शुरुआत 1982 में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीपति मिश्र ने की थी। उस समय रामायण मेला समिति को आयोजन की जिम्मेदारी दी गई थी, जिसमें संतों के प्रवचन और अन्य व्यवस्था का ध्यान रखा गया।तब से ही संस्कृति विभाग सरकारी फंड से सांस्कृतिक कार्यक्रमों और रामलीलाओं के प्रस्तुतीकरण का दायित्व निभा रहा है।
रामायण मेले में प्रस्तुत होने वालों कार्यक्रमों पर एक नजर
5 दिसंबर को रामायण मेला में कई प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।पहला कार्यक्रम होगा रामलीला, जिसका मंचन करेंगे हरे रामदास (श्री जानकी आदर्श रामलील मंडल, अयोध्या)। इसके बाद, पखावज वादन का शानदार प्रदर्शन विजय रामदास (अयोध्या) करेंगे।इसके बाद राम लाल नेहछू गायन की प्रस्तुति दी जाएगी, जिसे गायेंगी शांभवी शुक्ला (प्रयागराज)। और अंत में, भजन गायन का कार्यक्रम होगा, जिसमें विजय अग्निहोत्री (लखनऊ) अपनी मधुर आवाज से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेंगे।
6 दिसंबर को रामायण मेला में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम
रामलीला, जिसका मंचन करेंगे हरे रा.मदास (श्री जानकी आदर्श रामलील मंडल, अयोध्या)। इसके बाद, अवधी लोक गायन की प्रस्तुति देंगे संजोली पांडेय (अयोध्या), जो अवधी संगीत की मधुरता को प्रस्तुत करेंगी।साथ ही, अवधी लोक गायन एवं नृत्य नाटिका का आयोजन होगा.
सात दिसंबर
भजन गायन- वीरेंद्र सिंघल, झांसी
रामलीला – मनीष दास अयोध्या (अवध आदर्श रामलीला मंडल, अयोध्या)
पखावज वादन- राजीव रंजन पांडेय, अयोध्या
लोक गायन- जान्हवी पांडेय, अंबेडकर नगर
भजन / लोक गायन- यामिनी पांडेय, लखनऊ
8 दिसंबर को रामायण मेला के आखिरी दिन आयोजित होने वाले कार्यक्रम
रामलीला, जिसका मंचन करेंगे मनीष दास (अवध आदर्श रामलीला मंडल, अयोध्या)। इसके बाद, भजन एवं लोक गायन का कार्यक्रम होगा, जिसमें कल्पना एस वर्मन (अयोध्या) अपनी मधुर आवाज से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेंगी।इसके अलावा, एक अद्भुत जादू का प्रदर्शन भी होगा, जिसे पेश करेंगे श्री राजेश श्रीवास्तव (अमेठी)।और अंत में, नृत्य नाटिका का आयोजन किया जाएगा, जिसमें संगीता आहूजा (अयोध्या) अपने नृत्य कला से दर्शकों का मन मोह लेंगी।