CM योगी का विधानसभा में बड़ा बयान: संभल के तनाव और उपचुनाव पर कह दीं बड़ी बातें

CM योगी का विधानसभा में बड़ा बयान

उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सीएम योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा और 46 साल बाद हनुमान मंदिर के पुनर्निर्माण सहित अन्य मुद्दों पर विपक्ष पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि संभल में अब तक 209 हिंदूओं की हत्या हुई है. सीएम योगी ने ऐलान किया कि संभल दंगों की निष्पक्ष जांच के लिए जल्द ही एक ज्यूडिशियल कमेटी का गठन किया जाएगा। और इस हिंसा के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

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उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ, और पहले दिन से ही यह हंगामेदार रहा। विपक्ष ने संभल में हुई हिंसा को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला किया। पहले दिन के सत्र के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के आरोपों का करारा जवाब देने की जिम्मेदारी खुद उठाई। उन्होंने एक-एक मुद्दे पर जवाब देते हुए विपक्ष की घेराबंदी की, और संभल हिंसा से शुरू होकर सभी सवालों का जवाब दिया।

इसके बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुएं में मिली मूर्तियों का जिक्र करते हुए विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि इस तरह के घटनाक्रमों पर राजनीति की बजाय सचाई का खुलासा करना चाहिए। फिर, उन्होंने प्रदेश में सांप्रदायिक दंगों के इतिहास का जिक्र किया और कहा कि इस पर चल रही राजनीति का कोई स्थान नहीं है।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनके नेतृत्व में सरकार हमेशा शांतिपूर्ण वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, और किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सीएम योगी ने संभल के दंगों पर दी प्रतिक्रिया, कहा- ‘इतिहास पुराना है

उत्तर प्रदेश विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने संभल के दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि इसका इतिहास बहुत पुराना है। उन्होंने 1947 से लेकर अब तक के दंगों का हवाला देते हुए बताया कि संभल में हिंसा के कई घटनाएं हुई हैं। सीएम योगी ने इस मुद्दे पर विपक्ष को घेरते हुए कहा कि इन दंगों की राजनीति करने की बजाय, हमें इन घटनाओं से सीख लेनी चाहिए और प्रदेश में शांति बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाना चाहिए।

सीएम ने कहा, “1947 में दंगे की वजह से एक व्यक्ति की मौत हुई थी, जबकि 1948 में यह आंकड़ा बढ़कर छह हो गया। 1958 और 1962 में भी दंगे हुए थे। 1976 में पांच लोगों की मौत हुई थी, और 1978 में सामूहिक हिंसा में 184 हिंदुओं को हत्या कर जलाया गया था। 1980-1982 के बीच दंगों में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। 1986 में चार लोग मारे गए, वहीं 1992 में पांच और 1996 में दो लोगों की मौत हुई।

संभल के मंदिर में मिली मूर्तियों का सीएम ने उठाया मुद्दा

सीएम योगी ने कहा, “हरिहर मंदिर को तोड़कर वहां एक ढांचा खड़ा किया गया था। भगवान विष्णु का दसवां अवतार उसी संभल में होगा। यह सब केवल सर्वे की प्रक्रिया थी। न्यायालय के आदेश पर जिलाधिकारी ने सर्वे पूरा कराया, लेकिन जुमे की नमाज के दौरान दी गई तकरीरों के बाद माहौल बिगड़ गया।

सीएम ने कहा, “बाबरनामा में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मंदिरों को तोड़कर ही मस्जिदें बनाई गई हैं। संभल में दो दिन शांति बनी रही, लेकिन तीसरे दिन जुमे की नमाज के बाद वहां गतिविधियां बढ़ी और इसके बाद ही यह घटना घटी।

संभल में माहौल बिगाड़ने वालों को नहीं बख्शा जाएगा – सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा, “संभल में हुए दंगे की जांच के लिए जल्द ही एक ज्यूडिशियल कमेटी बनाई जाएगी, ताकि सच का खुलासा हो सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संभल घटना के दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही, सीएम ने भरोसा दिलाया कि किसी भी निर्दोष को सजा नहीं होगी।

सीएम योगी ने बाबरनामा पढ़ने की सलाह दी। उन्होंने सीसामऊ और कुंदरकी में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के लोग अब अपनी जड़ें याद करने लगे हैं। योगी ने आगे कहा, “आप एक बार बाबरनामा जरूर पढ़ें, इससे आपको सब कुछ समझ में आ जाएगा।

राम के बिना कोई काम नहीं, सीएम योगी का बड़ा बयान

सीएम योगी ने कहा, “अगर आप पश्चिम की ओर जाएं, तो संभव है कि आपके पूर्वज भी वहीं रहते थे। वहीं, पश्चिम में लोग सामान्य रूप से ‘राम-राम’ कहते हैं। तो फिर यह कैसे सांप्रदायिक संबोधन हो सकता है? हम भी ‘राम-राम’ का संबोधन करते हैं, और अंतिम यात्रा में भी ‘राम-राम सत्य है’ कहते हैं। राम के बिना हमारा कोई काम नहीं होता। ‘जय श्रीराम’ हमारी श्रद्धा का प्रतीक है। मैं आपसे यह नहीं कहूंगा कि ‘अल्लाह हू अकबर’ का स्लोगन मुझे पसंद नहीं है, क्योंकि मैं ऐसा नहीं हूं।

सीएम योगी का तीखा सवाल, ‘मस्जिद के सामने शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती?

सीएम योगी ने कहा, “जब मंदिर के सामने से जुलूस निकल सकता है, तो मस्जिद के सामने से शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती? एक झंडा लगाने के कारण एक युवक की हत्या हो गई। अपने ही देश में कोई एक झंडा क्यों नहीं लगा सकता? भगवा झंडा क्यों नहीं लगाया जा सकता?

कुंदरकी उपचुनाव के मुद्दे पर सीएम योगी का कड़ा हमला

कुंदरकी उपचुनाव के मुद्दे पर विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “कुंदरकी में हुई जीत को आपने वोट की लूट बताया, लेकिन आप एक सदस्य का अपमान कर रहे हैं। वहीं, आपके प्रत्याशी की तो जमानत तक वहां पर जब्त हो गई।

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