पुलिस ने इंस्टाग्राम के जरिए लग्जरी कारें उड़ाने वाले शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी एक चालाक धोखाधड़ी के तरीके से लोगों को फंसाकर उनकी कारें ले लेता था। इस धोखाधड़ी के तहत, वह अपनी झूठी पहचान और आकर्षक ऑफर के माध्यम से लोगों को भरोसा दिलाता था, जिसके बाद वे अपनी कारें उसे सौंप देते थे। आरोपी इस तरीके से कारों को बेचकर पैसे कमाता था।
साइबर टीम ने मंगलवार को गोकुल बैराज के पास से एक गैंग के सरगना को गिरफ्तार किया, जो इंस्टाग्राम के जरिए किराए पर टैक्सी लगाने के नाम पर ठगी करता था। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने सात लग्जरी कारें बरामद की हैं। फिलहाल पुलिस उसके साथी की तलाश में जुटी हुई है।
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय के मुताबिक, 23 मार्च को थाना हाईवे के पन्ना पोखर के गोपाल नगर निवासी आशीष ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। आशीष ने बताया कि गोकुलधाम निवासी वरुण ने इंस्टाग्राम पर ओरी कार नाम से एक पेज बनाकर उनके चाचा लोकेश को अपनी इनोवा क्रिस्टा कार किराए पर देने का लालच दिया था और हर महीने 40 हजार रुपये का वादा किया था।
लोकेश आरोपी की बातों में आकर अपनी कार दे बैठा, लेकिन बाद में जब वरुण ने पेज और फोन बंद कर दिए तो लोकेश को शक हुआ। उन्होंने आशीष के साथ मिलकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक छोटेलाल ने मामले की गंभीरता को समझते हुए आरोपी की तलाश शुरू की और मंगलवार को उसे गोकुल बैराज से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने सात लग्जरी कारें, एक मोबाइल और पेन ड्राइव बरामद की हैं।
एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने बताया कि आरोपी लोगों को कार किराए पर देने का झांसा देकर उन्हें धोखा देता था और फिर इन कारों को दूसरे जिलों या राज्यों में गिरवी रखकर पैसे कमाता था। वह लाखों रुपये की कार को 4 से 5 लाख रुपये में गिरवी रखता और एक साल बाद ब्याज सहित पैसे लौटाने का लालच देता था। इस धोखाधड़ी में फंसे लोग आरोपी को पैसे दे देते थे। अब तक आरोपी सैकड़ों कारों को गिरवी रखकर पैसे कमा चुका था।
आरोपी पर पहले भी मध्य प्रदेश में एक बार जेल की सजा हो चुकी है और महाराष्ट्र के कासा खडवली ठाणे में भी उसके खिलाफ मामला दर्ज है। पुलिस अब उसके अन्य आपराधिक मामलों की भी जांच कर रही है। पूछताछ में आरोपी ने अपने साथी का नाम ग्वालियर के सुदम बताया, जिसकी तलाश पुलिस अब कर रही है। साथ ही साइबर टीम सोशल मीडिया पर किए गए अन्य धोखाधड़ी मामलों की भी जांच कर रही है।
पुलिस ने आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस मामले में साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक छोटेलाल, निरीक्षक प्रमोद कुमार, एसआई आशीष मलिक, जितेन्द्र, मोहित वर्मा, हैड कांस्टेबल अनूप कुमार, विशाल कुमार और आरक्षी मयंक यादव भी शामिल रहे।