फरीदाबाद में साइबर ठगों की एक बड़ी गलती ने उनकी पूरी साजिश का खुलासा कर दिया। ठगों ने एक इंजीनियर को छह दिनों तक डिजिटल गिरफ्तारी में रखा, लेकिन एक बड़ी चूक हो गई। ठग अपने आपस में बात कर रहे थे और माइक को म्यूट करना भूल गए। यह बातचीत सुनकर इंजीनियर को ठगों की पूरी योजना का पता चल गया। पीड़ित ने तत्काल कॉल काटी और पुलिस को इस मामले की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ठगों को पकड़ लिया।
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हरियाणा के फरीदाबाद में एक मैकेनिकल इंजीनियर के साथ साइबर ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां साइबर ठगों ने इंजीनियर को छह दिनों तक डिजिटल गिरफ्तारी में रखा और उससे 3.46 लाख रुपये ठग लिए। जब पीड़ित को इस धोखाधड़ी का शक हुआ, तो उसने तुरंत कॉल काट दी और पुलिस के पास जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एजेंसी के अनुसार, यह घटना 6 दिसंबर की सुबह की बताई जा रही है । बल्लभगढ़-तिगांव रोड स्थित एक फैक्ट्री में काम करने वाले केमिकल इंजीनियर मोहित के पास एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉलर ने खुद को एक कोरियर कंपनी का कर्मचारी बताते हुए मोहित से कहा कि उनके नाम पर दिल्ली एयरपोर्ट पर एक संदिग्ध पार्सल पकड़ा गया है।
पार्सल में ड्रग्स, पासपोर्ट, एक लैपटॉप, 5,000 अमेरिकी डॉलर और बैंक दस्तावेज सहित अन्य संदिग्ध सामान होने की बात सुनकर मोहित चौंक गया। उन्होंने तुरंत ऐसे किसी भी पार्सल से इनकार कर दिया। इसके बाद ठग ने दावा किया कि यह पार्सल उनके आधार कार्ड का उपयोग करके भेजा गया था।
इसी बीच, ठग ने कॉल अपने एक साथी को ट्रांसफर कर दिया, जिसने मोहित से कहा कि उन्हें कोर्ट में गवाही देनी होगी। फिर, उसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोड़ा गया, जहां कुछ लोग दिल्ली पुलिस कर्मियों की तरह दिख रहे थे। इन लोगों ने मोहित पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाते हुए बैंक स्टेटमेंट और अन्य जरूरी जानकारी की मांग की।
इसके बाद, ठगों ने मोहित से कहा कि वह अपने घर जाएं और अकेले कमरे में रहें। ठगों ने मोबाइल कैमरे के जरिए 24 घंटे उनकी गतिविधियों पर निगरानी रखी। इसके बाद, मोहित से उनके बैंक खाते की जानकारी ले ली और कहा कि सारी राशि आरबीआई के एक डमी अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
12 दिसंबर को ठग गलती से अपना माइक म्यूट करना भूल गए और आपस में बातचीत करने लगे। उनकी बातचीत सुनकर मोहित को शक हुआ और उन्होंने तुरंत कॉल काट दी। इसके बाद, मोहित पुलिस के पास पहुंचे और इस मामले की शिकायत की। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, और साइबर क्राइम टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है।