बांग्लादेश में हिंदू सुरक्षा की मांग, वृंदावन में श्रद्धालुओं का विरोध प्रदर्शन, भारत सरकार से सुरक्षा की अपील

बांग्लादेश में हिंदू सुरक्षा की मांग, वृंदावन में श्रद्धालुओं का विरोध प्रदर्शन, भारत सरकार से सुरक्षा की अपील

बांग्लादेश में चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी और अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हमलों के विरोध में भारत में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। इसी कड़ी में मथुरा के वृंदावन स्थित अक्षय पात्र संस्था के चंद्रोदय मंदिर में हरिनाम संकीर्तन आयोजित किया गया। इस आयोजन में साधु-संतों और धर्माचार्यों की उपस्थिति में भक्तों ने बांग्लादेश में भगवान से शांति की प्रार्थना की।

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बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रही हिंसा के विरोध में इस्कॉन बेंगलुरु की संस्था अक्षय पात्र ने वृंदावन के चंद्रोदय मंदिर में हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया। इस दौरान साधु-संत और ब्रजवासी भगवान के नाम का संकीर्तन करते हुए विरोध व्यक्त करते नजर आए।

बांग्लादेश में शांति, न्याय और सुरक्षा की कामना के लिए वृंदावन स्थित चंद्रोदय मंदिर में हरिनाम संकीर्तन आयोजित किया गया। इससे पहले, वहां हो रही हिंसा के विरोध में साधु-संत मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान चंद्रोदय के दर्शन किए और पूजा अर्चना की।

प्रदर्शन में शामिल हुए धर्माचार्य आचार्य मृदुल कांत शास्त्री ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा पर चिंता जताते हुए कहा कि चिन्मय कृष्ण की गिरफ्तारी, उनके वकील की हत्या और जेल में प्रसाद देने गए दो अन्य साधुओं की गिरफ्तारी बांग्लादेश में हो रही क्रूरता के उदाहरण हैं, जिसे वहां की सरकार देख रही है। उन्होंने कहा कि इस दमन को रोकने के लिए बांग्लादेश के राष्ट्रपति से शांति पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए।

साथ ही, उन्होंने मोदी सरकार से आग्रह किया कि जैसे इंदिरा गांधी ने POK में कार्रवाई की थी, वैसे ही अब सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए, और शांति का पाठ पढ़ने के बजाय कार्रवाई करनी चाहिए।

आचार्य मृदुल कांत शास्त्री ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यदि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में स्ट्राइक की जा सकती है, तो अब बांग्लादेश में भी सख्त कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने कहा कि यह लोग मानवता के खिलाफ काम कर रहे हैं, और भारत को अब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से किसी उम्मीद की नहीं करनी चाहिए। आचार्य ने कहा कि भारत को इंतजार नहीं करना चाहिए, अब पूरी दुनिया के सनातनियों को एकजुट होना होगा।

चंद्रोदय मंदिर के अनंत वीर दास प्रभु ने बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की धार्मिक और आध्यात्मिक सुरक्षा खतरे में है। उन्होंने अपील की कि पूरे विश्व से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं को धार्मिक स्वतंत्रता दी जाए। साथ ही, उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म के मंदिरों को तोड़े जाने और हमलों पर तुरंत रोक लगनी चाहिए।

अनंत वीर दास प्रभु ने बताया कि वे भारत सरकार के संपर्क में हैं और सभी जरूरी सूचनाएं उन्हें प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने भारत सरकार से अपील की कि चिन्मय कृष्ण प्रभु और अन्य हिंदू अल्पसंख्यक नेताओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं। संकीर्तन के माध्यम से विरोध करने के लिए महंत फूलडोल बिहारी दास, महामंडलेश्वर नवल योगी महाराज, धर्माचार्य आचार्य बद्रीश, और संस्था के उपाध्यक्ष युधिष्ठिर कृष्ण दास सहित अन्य लोग भी उपस्थित हुए।

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