Electoral Bonds
नई दिल्ली. भाजपा ने कुल 6,986.5 करोड़ रुपये के चुनावी बॉण्ड भुनाए और पार्टी को 2019-20 में सबसे ज्यादा 2,555 करोड़ रुपये मिले. निर्वाचन आयोग (ईसी) के आंकड़ों में यह बात सामने आई है. इसी तरह से कांग्रेस ने चुनावी बॉण्ड के जरिए कुल 1,334.35 करोड़ रुपये भुनाए, जबकि चुनावी बॉन्ड के जरिए बीजद को 944.5 करोड़ रुपये, वाईएसआर कांग्रेस को 442.8 करोड़ रुपये, तेदेपा को 181.35 करोड़ रुपये का चंदा मिला.
ईसी डाटा के अनुसार, द्रमुक को Electoral Bonds के माध्यम से 656.5 करोड़ रुपये मिले, जिसमें सैंटियागो मार्टिन की अगुवाई वाली फ्यूचर गेमिंग से प्राप्त 509 करोड़ रुपये भी शामिल हैं. वहीं, चुनावी बॉण्ड के माध्यम से तृणमूल कांग्रेस को 1,397 करोड़ रुपये और बीआरएस को 1,322 करोड़ रुपये मिले.
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निर्वाचन आयोग के आंकड़े के मुताबिक, समाजवादी पार्टी (सपा) को चुनावी बॉण्ड के जरिए 14.05 करोड़ रुपये, अकाली दल को 7.26 करोड़ रुपये, अन्नाद्रमुक को 6.05 करोड़ रुपये, नेशनल कॉन्फ्रेंस को 50 लाख रुपये मिले.
निर्वाचन आयोग ने Electoral Bonds को लेकर नया डेटा रविवार को सार्वजनिक कर दिया है. यह डेटा आयोग ने सीलबंद लिफाफे में उच्चतम न्यायालय को सौंपा था. न्यायालय ने बाद में आयोग से यह डेटा सार्वजनिक करने के लिए कहा था.
माना जा रहा है कि ये विवरण 12 अप्रैल, 2019 से पहले की अवधि से संबंधित हैं. आयोग ने पिछले सप्ताह उपरोक्त तारीख के बाद के चुनावी बॉण्ड से संबंधित विवरण को सार्वजनिक किया था. आयोग ने एक बयान में कहा कि राजनीतिक दलों ने उच्चतम न्यायालय के 12 अप्रैल, 2019 के अंतरिम आदेश के अनुसार सीलबंद लिफाफे में चुनावी बॉण्ड से संबंधित डेटा दाखिल किया था.
आयोग ने कहा, ‘राजनीतिक दलों से प्राप्त डेटा सीलबंद लिफाफे में उच्चतम न्यायालय में जमा किया गया था. 15 मार्च, 2024 के उच्चतम न्यायालय के आदेश पर अमल करते हुए न्यायालय की रजिस्ट्री ने सीलबंद लिफाफे में एक पेन ड्राइव में डिजिटल रिकॉर्ड के साथ भौतिक प्रतियां वापस कर दीं. आयोग ने आज Electoral Bonds को लेकर उच्चतम न्यायालय की रजिस्ट्री से डिजिटल रूप में प्राप्त डेटा को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है.’