संभल में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क, सदर विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल और अन्य पांच लोगों के खिलाफ कोतवाली संभल में रिपोर्ट दर्ज की है। इन सभी पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया है। वहीं, पुलिस ने अब तक 21 लोगों को हिरासत में ले रखा है। यह कार्रवाई हिंसा के मामले में आरोपियों के खिलाफ की गई है, और जांच प्रक्रिया जारी है।
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर बवाल मच गया, जिसके बाद पत्थरबाजी की घटना में चार लोगों की मौत हो गई। हिंसा के बाद, संभल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है और इलाके के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इस बीच, पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है और संभल कोतवाली में एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल के खिलाफ साजिश का मामला दर्ज किया गया है।
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए संभल लोकसभा के सांसद जिआउर्रहमान बर्क, सदर विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल और अन्य पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। इन सभी पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की है, लेकिन कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस बीच, संभल में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने 21 लोगों को हिरासत में लिया है, और 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ पहले ही रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है।
सपा सासंद जिया उर रहमान के खिलाफ FIR
संभल में रविवार को हुए बवाल के बाद पुलिस ने दंगा भड़काने और सुनियोजित साजिश के आरोप में सपा सांसद जिया उर रहमान के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके अलावा, विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल और अन्य आरोपियों के खिलाफ भी साजिश का मामला दर्ज किया गया है। कोतवाली में दर्ज एफआईआर में आरोप है कि इन लोगों ने दंगा भड़काने और भीड़ इकट्ठा करने की साजिश रची। पुलिस ने दंगा भड़काने से जुड़े कुछ वीडियो भी कब्जे में लिए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
संभल हिंसा के बाद बाजार बंद, सड़कों पर पसरा सन्नाटा, डीआईजी ने किया फ्लेग मार्च
जिले में हुए बवाल के बाद पूरी रात पुलिस ने पैदल गश्त जारी रखी। उच्चाधिकारियों ने गश्त का नेतृत्व किया और उन इलाकों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया, जहां आगजनी और पथराव की घटनाएं हुई थीं। इन स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके साथ ही, संदिग्ध लोगों पर लगातार नजर रखी जा रही है ताकि स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण रखा जा सके।
सोमवार सुबह भी बाजार बंद रहे और लोग अपने घरों से बाहर निकलने से बचते नजर आए। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। इसी बीच, डीआईजी मुनिराज ने पुलिस बल के साथ सड़कों पर फ्लैग मार्च किया, ताकि शांति बनाए रखी जा सके। इसके अलावा, जिलाधिकारी द्वारा घोषित अवकाश के बाद स्कूलों और कॉलेजों के बच्चे भी बाहर नहीं निकले, जिससे शिक्षा संस्थान भी बंद रहे।
संभल हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई है। रविवार को अधिकारियों ने चार लोगों की मौत की पुष्टि की, जबकि एक अन्य की मौत की खबर भी आई है, लेकिन उसके परिवार ने अभी तक कानूनी कार्रवाई नहीं की और न ही पोस्टमार्टम कराया गया है। 19 नवंबर को सिविल जज (सीनियर डिवीजन) कोर्ट में मस्जिद के स्थान पर हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने उसी दिन सर्वे का आदेश दिया और वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश राघव को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया। 19 तारीख को मस्जिद में वीडियोग्राफी कराई गई थी, और रविवार को एडवोकेट कमिश्नर ने दूसरे चरण की वीडियोग्राफी कराई, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी।
2500 लोगों के खिलाफ किया गया मुकदमा दर्ज
संभल में हुई हिंसा के मामले में अब तक सात एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें कुल 2500 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने जानकारी दी कि सब-इंस्पेक्टर दीपक राठी, जो हिंसा के दौरान घायल हुए थे, ने 800 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत में समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल को आरोपी बनाया गया है। एसपी ने कहा कि इन दोनों ने भीड़ को उकसाया था, जिसके कारण हिंसा भड़की। बर्क को पहले भी नोटिस दिया गया था, लेकिन फिर भी उन्होंने लोगों को भड़काया, जिससे यह घटना घटी। एसपी ने बताया कि बर्क को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Trending Videos you must watch it