बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने नीट पेपर लीक मामले में झारखंड के देवघर में छापेमारी कर एक किराये के मकान से पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं बिहार पुलिस एनईईटी-यूजी प्रश्न पत्र लीक मामले में चार उम्मीदवारों सहित 13 लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
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बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा एनईईटी-यूजी प्रश्न पत्र के कथित लीक के मामले में शुक्रवार को पांच और सदस्यों को हिरासत में लिया गया है. जिससे एनईईटी-यूजी प्रश्न पत्र लीक मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों की कुल संख्या 18 हो गई।
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने नवीनत आरोपियों को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया है। पटना पुलिस ने देवघर पुलिस को बताया था कि ये सभी साइबर ठगी के आरोपी है। सभी पाँचों को आगे की पूछताछ के लिए पटना लाया गया।
इससे पहले मामले में दो लोगों को नीट अभ्यर्थी अवधेश कुमार और उसका बेटा अभिषेक को रांची से हिरासत में लिया था। अवधेश ने अपने स्वीकारोक्ति पत्र में बताया कि मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु को प्रश्न पत्र के लिए 40 लाख रुपये दिए थे ।
सूत्रों ने कहा कि पूर्व ठेकेदार व दानापुर नगर परिषद के लिए जूनियर इंजीनियर के रूप में काम करने वाले सिकंदर ने झारखंड में महत्वपूर्ण निवेश किया है, जिसमें रांची में उसके बेटे के स्वामित्व वाला इन्फिनिटी नामक एक प्रमुख स्पोर्ट्स आउटलेट और शहर के बरियातु इलाके में एक विशाल निवास शामिल है।
सूत्रों ने बताया कि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने सिकंदर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया है। यह घटनाक्रम इस मामले में बिहार पुलिस द्वारा पहले 13 व्यक्तियों में चार एनईईटी-यूजी उम्मीदवार और उनके परिवार के सदस्य को हिरासत में लेने के बाद हुआ है।
हिरासत में लिए गए व्यक्तियों में अभ्यर्थी अनुराग यादव, सिकंदर यादवेंदु और दो अन्य, नीतीश कुमार और अमित आनंद शामिल हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अभ्यर्थियों परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र मिलने और उनके आंसर रटने की बात स्वीकारी है।
एक एसयूवी में चार संदिग्ध अपराधियों के सुरक्षित घर जाने के रास्ते के बारे में पटना पुलिस को एक गुमनाम सूचना के बाद इन लोगों को हिरासत में लिया गया। इससे पुलिस उस स्थान पर पहुंच गई जहां लगभग 30 एनईईटी-यूजी अभ्यर्थियों द्वारा लीक हुए परीक्षा प्रश्नों और उत्तरों के लिए कथित तौर पर 30-50 लाख रुपये की बड़ी रकम का भुगतान किया गया था।
एनईईटी-यूजी परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने और 1,500 से अधिक छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए जाने के आरोपों को लेकर अभ्यर्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया है। बाद में ग्रेस मार्क्स हटाकर प्रभावित छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा कराए जाने की पेशकश की गई।
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