पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार आज निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया, जहां उनकी बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के दौरान तीनों सेनाओं ने उन्हें सलामी दी, जो उनके योगदान और सेवा को सम्मानित करने का प्रतीक था।निगम बोध घाट पर श्रद्धांजलि देने वालों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी शामिल थे। राहुल गांधी ने अपने पिता के साथ मिलकर डॉ. मनमोहन सिंह को कंधा भी दिया, जो उनके प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक था।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली के निगम बोध घाट पर किया गया। इससे पहले, उनका पार्थिव शरीर कांग्रेस कार्यालय से निगम बोध घाट तक एक भव्य अंतिम यात्रा के रूप में ले जाया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई अन्य नेता और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मनमोहन सिंह के योगदान को याद करते हुए कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों ने उनका स्मारक बनाने की मांग की है, जिस पर सरकार ने सहमति जताई है। इसके लिए एक ट्रस्ट बनाने का निर्णय लिया गया है।
गौरतलब है कि डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर की रात दिल्ली के AIIMS अस्पताल में हुआ था, जहां उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें भर्ती किया गया था।
कांग्रेस मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर
अंतिम यात्रा से पहले, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय में रखा गया, जहां कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व प्रधानमंत्री का पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान से सुबह करीब नौ बजे कांग्रेस मुख्यालय लाया गया, जहां पहले से ही पार्टी नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। वे डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम दर्शन करने के लिए वहां इंतजार कर रहे थे।
मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय में रखे जाने के बाद, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी गुरशरण कौर और उनके परिवार के अन्य सदस्य भी कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद थे। गुरशरण कौर ने अपने पति को पुष्प अर्पित करके अंतिम विदाई दी। इस दौरान, राहुल गांधी मनमोहन सिंह के परिवार को ढांढस बंधाते हुए पार्टी मुख्यालय के भीतर उनके साथ पहुंचे थे।
10 साल रहे देश के PM
डॉ. मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे और उनके नेतृत्व में भारत ने महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक सुधार देखे। प्रधानमंत्री बनने से पहले, उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। उनके कार्यकाल में सूचना का अधिकार (आरटीआई), शिक्षा का अधिकार (आरटीई) और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) जैसी ऐतिहासिक योजनाओं की शुरुआत हुई, जो समाज के हर वर्ग के लिए परिवर्तनकारी साबित हुईं।