उत्तराखंड के हरिद्वार से एक बड़ी खबर सामने आई है। जंहाँ मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह भगदड़ मच गई. हादसे में 6 लोगों की मौत और 25 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक टीमें तत्काल मौके पर पहुंच गईं और राहत कार्य शुरू कर दिया गया. वहीं, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर दुख जताया है. मनसा देवी हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, ‘में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं बता दें कि ये मंदिर हरिद्वार में काफी प्रसिद्ध है और हरिद्वार घूमने के लिए आने वाले पर्यटक इस मंदिर में जरूर दर्शन करने लिए जाते हैं।
उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह दर्शन के दौरान भगदड़ मच गई। हादसे में 6 श्रद्धालुओं की मौत और 25 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है की हादसा मंदिर के सीढ़ी मार्ग पर हुआ, जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गई। प्रथम दृष्टया भगदड़ की वजह एक अफवाह बताई जा रही है. जिससे अचानक अफरा-तफरी मच गई।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि पुलिस को जैसे ही हादसे की सूचना मिली, तत्काल राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। अब तक करीब 35 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया है।घटना के तुरंत बाद मौके पर एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीमें पहुंच गईं और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।
सीएम और पीएम ने जताया दुख
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा-हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ की खबर अत्यंत दुखद है। प्रशासन की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं और मैं स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हूं। माता रानी से सभी श्रद्धालुओं के कुशल होने की प्रार्थना करता हूं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ की दुखद घटना से व्यथित हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रशासन हर संभव सहायता कर रहा है।
हरिद्वार के सिद्धपीठों में शामिल मनसा देवी मंदिर, माँ मनसा देवी को समर्पित है, जो इच्छा पूर्ति की देवी मानी जाती हैं। यह मंदिर गंगा नदी के किनारे एक पहाड़ी पर स्थित है और यहां पहुँचने के लिए रोपवे (उड़न खटोला) और सीढ़ियों वाला पैदल मार्ग दोनों विकल्प मौजूद हैं। रविवार को अवकाश के चलते मंदिर में अत्यधिक भीड़ देखने को मिली थी।
जांच जारी, जिम्मेदारी तय की जाएगी
प्रशासन द्वारा हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। भगदड़ की वास्तविक वजह की पुष्टि जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी। अफवाह फैलाने वालों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही गई है।