रूस का दौरा संपन्न कर ऑस्ट्रिया पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए बताया कि हमने युद्ध नहीं, बुद्ध दिए हैं। भारत ने हमेशा शांति का संदेश दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस और ऑस्ट्रिया की तीन दिवसीय दौरे के बाद गुरुवार सुबह नई दिल्ली पहुंचे।
यह भी पढ़ें : राशिफल 11 जुलाई 2024: आज दिन गुरुवार बन रहा है रुचक राजयोग, इन राशियों का चमकेगा भाग्य।
दो दिवसीय ऑस्ट्रिया दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी दूसरे दिन वियना में एक सामुदायिक कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए बताया कि भारत ने दुनिया को ‘बुद्ध’ दिया है, न कि ‘युद्ध’. वियना में हुए इस सामुदायिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे ही मंच पर पहुंचे वैसे ही लोगों ने मोदी, मोदी’ के नारे लगाना शुरू कर दिया.
वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए भारत की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वियना में भारतीय प्रवासियों को अपने संबोधन में कहा कि हमने युद्ध नहीं, बुद्ध दिए हैं। भारत ने हमेशा दुनिया को शांति का संदेश दिया है।
पीएम मोदी ने 21वीं सदी में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारत की आकांक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश “सर्वश्रेष्ठ, सबसे प्रतिभाशाली, सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल करने और उच्चतम मील के पत्थर तक पहुंचने” की दिशा में काम कर रहा है।
“उन्होंने कहा कि आज भारत की पूरी दुनिया में चर्चा चल रही है। हजारों वर्षों से हम दुनिया के साथ ज्ञान और विशेषज्ञता साझा कर रहे हैं। हम सीना तानकर दुनिया को कह सकते हैं कि भारत ने दुनिया को ‘बुद्ध’ दिया है, न कि ‘युद्ध’। भारत ने हमेशा शांति और समृद्धि दी है। इसलिए 21वीं सदी की दुनिया में भी भारत अपनी भूमिका को मजबूत करने जा रहा है। आज दुनिया भारत को विश्व बंधु के रूप में देखती है, ये हमारे लिए गर्व की बात है। पीएम मोदी ने बुधवार को वियना में कहा।
‘भारत और ऑस्ट्रिया अपनी दोस्ती के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा यह टिप्पणी अपने दो देशों के दौरे के दौरान ऑस्ट्रेलिया में की गयी, जिसमें रूस भी शामिल था। मॉस्को में उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के दौरान यूक्रेन युद्ध का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के महत्व पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा पीएम मोदी ने कहा कि ऑस्ट्रिया का ये मेरा पहला दौरा है, जो उत्साह, उमंग मैं यहां देख रहा हूं वो अद्भूत है। 41 साल बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी। . उन्होंने इस यात्रा को “सार्थक” बताते हुए कहा कि”यह लंबा इंतजार एक ऐतिहासिक अवसर पर खत्म हुआ है। भारत और ऑस्ट्रिया अपनी दोस्ती के 75 साल का जश्न मना रहा है।”
‘भारत-ऑस्ट्रिया अलग-अलग छोर पर हैं, लेकिन कई समानताएं हैं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “भारत और ऑस्ट्रिया भौगोलिक रूप से दो अलग-अलग छोर पर हैं, लेकिन हमारे बीच कई समानताएं हैं। लोकतंत्र दोनों देशों को जोड़ता है। स्वतंत्रता, समानता, बहुलवाद और कानून शासन का आदर हमारी साझा मूल्य हैं। हमारे समाज बहुसांस्कृतिक और बहुभाषी हैं। दोनों देश विविधता का जश्न मनाएं और इन मूल्यों को प्रतिबिंबित करने का एक बड़ा माध्यम चुनाव हैं.
ऑस्ट्रियाई राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन और चांसलर कार्ल नेहमर के साथ अपनी चर्चा में, पीएम एमडीआई ने पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन से निपटने सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने के तरीकों पर द्विपक्षीय वार्ता की। साथ ही प्रधानमंत्री जी द्वारा दोनों नेताओं के साथ यूक्रेन संघर्ष और पश्चिम एशिया की स्थिति सहित दुनिया में चल रहे विवादों पर भी चर्चा की गयी।
मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ व्यापार, रक्षा, रणनीतिक सहयोग पर चर्चा की। पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति से कहा कि युद्ध छेड़ना लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों का समाधान नहीं है. रूस और ऑस्ट्रिया के दौरे के बाद प्रधानमंत्री गुरुवार सुबह नई दिल्ली पहुंचे।
Trending Videos you must watch it