देश में स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है. 15 अगस्त 1947 ये वो दिन है जब भारत ब्रिटिश राज से आजाद हुआ था। आज हमारे देश को आजाद हुए 77 वर्ष हो गए हैं। आपको बता दें कि आजादी आधी रात के समय मिली आपको बता दें कि आजादी आधी रात के समय मिली थी. 15 अगस्त 2024 यानी आज भारत 78वां आजादी का जश्न मनाने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से 11वीं बार देश को संबोधित करेंगे।
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15 अगस्त 2024 हमारे देश भारत को आजाद हुए 77 वर्ष पूरे हो रहे हैं। 15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुआ। इस वर्ष हम 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल और कॉलेजों में भाषण और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है।
भारत का स्वतंत्रता दिवस हर वर्ष १5 अगस्त को मनाया जाता है। सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। बता दें कि हर साल की तरह इस बार भी 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी लाल किला पर तिरंगा फहराकर पूरे देश को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल का ये पहला स्वतंत्रता दिवस है , प्रधानमंत्री के रूप में स्वतंत्रता दिवस पर पीएम का यह लगातार 11वां भाषण होगा।
इससे पहले 10 साल के भाषणों में उन्होंने कई अहम घोषणाएं लाल किले से की हैं और कई अहम अभियानों की शुरूआत की है। इसके साथ ही देशवासियों के साथ मिलकर उन तमाम शहीदों और क्रांतिकारियों को श्रद्धांजली अर्पित करेंगें
स्वतंत्रता से पहले स्वतंत्रता दिवस
14 अगस्त 1947 को पंडित जवाहर लाल नहरू ने तब के संसद भवन से भारत के आज़ाद हो जाने की घोषणा की. ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ का भाषण देकर नेहरू ने आज़ादी के बाद के नए भारत का जिक्र किया. हर ओर खुशी की लहर थी. पूरा हिंदुस्तान इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने संसद भवन पहुंचा था. 15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर, भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।
वो पहली बार था जब भारत की आज़ादी का जश्न मनाया गया.लाहौर सत्र में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज घोषणा की और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में घोषित किया। कांग्रेस ने भारत के लोगों से सविनय अवज्ञा करने के लिए स्वयं प्रतिज्ञा करने व पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्ति तक समय-समय पर जारी किए गए कांग्रेस के निर्देशों का पालन करने के लिए कहा।
इससे पहले 1930 और 1950 के बीच 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता था। इसमें लोग मिलकर स्वतंत्रता की शपथ लेते थे। 1947 में वास्तविक आजादी के बाद भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को प्रभाव में आया. तब के बाद से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में तथा 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति दिलाने के लिए हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने बहुत सी कुर्बानियां दीं। इस लड़ाई में वे जेल गए, कड़ी यातनाएं सहीं, अपने प्राण भी न्योछावर किए। लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ।
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