पूर्व विधायक और गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में दफनाया गया। मुख्तार अंसारी के जनाजे में भारी संख्या में लोग शामिल हुए हैं। लेकिन प्रशासन के द्वारा सिर्फ परिवार के लोगों को ही मिट्टी देने की इजाजत दी गई। मूछों से पहचने जाने वाले माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे ने अंतिम विदाई से पहले पिता की मूछों पर आख़िरी बार ताव देकर विदा किया।
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उत्तर प्रदेश के मऊ से पूर्व विधायक और माफिया डॉन मुख्तार को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया, प्रशासन ने सिर्फ परिवार के लोगों को ही मिट्टी देने की इजाजत दी। बता दें कि मुख्तार अंसारी की गुरुवार को मौत हो गई थी। मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया। बांदा मेडिकल कॉलेज में मुख्तार का पोस्टमार्टम हुआ, जिसके बाद बेटे उमर अंसारी के साथ गाजीपुर लाया गया। मुख्तार की मौत के बाद गाजीपुर और मऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट है।
बांदा मेडिकल कॉलेज से एंबुलेंस से उसके शव को शुक्रवार को दोपहर के बाद लगभग 4:43 बजे गाजीपुर के लिए भेज किया गया था। सुरक्षा के कड़े इंतजाम और एंबुलेंस सहित 21 गाड़ियों के साथ बांदा से गाजीपुर की दूरी करीब 8.32 घंटे में तय हुई। मुख्तार अंसारी की मौत गुरुवार की रात बांदा मेडिकल कॉलेज में हार्टअटैक से हुई थी।
सिर्फ परिवार वालों को ही प्रशासन ने दी मिली मिट्टी देने की इजाजत
मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। वहां के प्रशासन ने उसके सिर्फ परिवार के लोगों को ही मिटटी देने इजाजत दी थी। आपको बता दे कि अंसारी के जनाजे में उसके समर्थकों की भारी भीड़ देखने को मिली। शनिवार की सुबह से लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया था। धीरे-धीरे लोगों की संख्या बढ़ती गई। हालांकि बाहर से आए लोगों को कब्रिस्तान के अंदर नहीं जाने दिया गया।
घर से करीब 400 मीटर दूर पुस्तैनी कब्रिस्तान में खोदी गई अंसारी की कब्र
माफिया मुख्तार अंसारी को सुपुर्दे-ए खाक करने के लिए उसके घर से करीब 400 मीटर दूर पुस्तैनी कब्रिस्तान में कब्र खोदी गई, जो 7.6 फीट लंबी और पांच फीट गहरी और चौड़ी है। यह कब्र उसके मां-बाप की कब्र से पांच फीट नीचे (पैर की तरफ) बनाई गई है, जिन्हें खोदने वाले तीन हिंदू मजदूर बुलाए गए। हालांकि उनका कहना था कि मुख्तार अंसारी के परिवार से जिन लोगों का इंतकाल होता है उनके लिए वे पहले से ही कब्र खोदने के लिए आते हैं।
मुख्तार अंसारी के बेटे ने अंतिम बार दिया पिता की मूंछों पर ताव
मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक करने से पहले उसके बेटे उमर अंसारी ने पिता की मूंछों पर अंतिम वार ताव देकर अलविदा किया। क्यों कि माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की पहचान उसके कर्मों के आलावा मूछों से भी थी। इस लिए बेटे उमर अंसारी ने जनाजे से पहले अपने पिता मुख्तार अंसारी की मूछों पर ताव देकर विदा किया
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