रविवार दोपहर करीब 12 बजे मथुरा के गोविंद नगर स्थित शाहगंज फाटक के पास मिट्टी का टीला अचानक धंस गया, जिससे उस पर बने 6 मकान ढह गए। सूत्रों के हवाले से खबर मिली है की हादसे में दो सगी बहनों यशोदा (6) और काव्या (3) सहित 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला गया।6-7 लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। मौके पर पुलिस, प्रशासन, दमकल और NDRF/SDRF टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटी हैं। 6 जेसीबी मशीनों से मलबा हटाने का कार्य जारी है।बताया गया कि मकान मिट्टी के टीले पर बने थे और आसपास JCB से खुदाई चल रही थी, जिससे अचानक टीला धंस गया। हादसे के वक्त लोगों को भागने का मौका तक नहीं मिला।DM चंद्रप्रकाश सिंह और SSP श्लोक कुमार मौके पर मौजूद हैं। प्रशासन ने पीड़ितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
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मथुरा के गोविंद नगर क्षेत्र में रविवार दोपहर एक बड़ा हादसा सामने आया। शाहगंज फाटक के पास कच्ची सड़क के किनारे स्थित मिट्टी का टीला अचानक धंसक गया, जिससे उस पर बने छह मकान भरभरा कर गिर गए। सूत्रों के हवाले से खबर मिली है की हादसे में दो सगी बहनों समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य मलबे में दब गए।
घटना दोपहर करीब सवा 12 बजे की है, जब लोग रोज़मर्रा के काम में व्यस्त थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, अचानक ज़ोर की आवाज़ आई और देखते ही देखते मकान एक-एक कर गिरते चले गए। ऐसा लगा मानो भूकंप आ गया हो। लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला।
मृतकों की पहचान
- तोताराम (38 वर्ष)
- यशोदा (6 वर्ष)
- काव्या (3 वर्ष)
यशोदा और काव्या वृंदावन के गौतमपाड़ा निवासी मोहनलाल की बेटियां थीं, जो अपनी माँ के साथ ननिहाल आई हुई थीं।
राहत और बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग, नगर निगम, सिविल डिफेंस, SDRF और NDRF की टीमें मौके पर पहुंचीं। मलबा हटाने के लिए 6 जेसीबी मशीनें और दर्जनों कर्मचारी लगाए गए हैं। जिला अधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार भी घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं।
हादसे के पीछे की वजह
स्थानीय लोगों के अनुसार, टीले के चारों ओर पिछले एक सप्ताह से सुरक्षा दीवार का निर्माण हो रहा था ताकि बरसात के समय मिट्टी न धंसे। लेकिन खुले क्षेत्र में JCB से खुदाई के दौरान अचानक टीला कमजोर हुआ और मिट्टी खिसक गई, जिससे मकानों की नींव हिल गई और हादसा हो गया।
अभी भी जारी है सर्च ऑपरेशन
रेस्क्यू ऑपरेशन बीते 10 घंटे से लगातार जारी है। देर रात तक राहत कार्य चलने की संभावना है। फिलहाल मलबे में और लोगों के फंसे होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एहतियातन सर्च जारी है।
चश्मदीदों की ज़ुबानी
स्थानीय निवासी बताते हैं कि हादसा इतना अचानक हुआ कि कोई कुछ समझ ही नहीं पाया। कुछ मजदूर जो दीवार निर्माण में लगे थे, वे भी मलबे में दब गए। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और राहत कार्य में मदद की।
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