रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एक मार्च को रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट के बाद से आरोपी फरार चल रहे थे लेकिन अब रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट का मास्टरमाइंड व हमलावर, दोनों आरोपियों को कोलकाता में उनके ठिकाने से गिरफ्तार लिया गया।
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एक मार्च को रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ी सफलता सफलता के साथ बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके के मास्टरमाइंड को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है। और वहीं फरार आरोपियों को कोलकाता में उनके ठिकाने से हिरासत में लिया गया है. इनमें एक का नाम अब्दुल मतीन ताहा जबकि दूसरे का नाम मुसाविर हुसैन शाजेब है.
एनआईए ने बताया कि मुसाविर हुसैन शाजिब ने कैफे में आईईडी रखा था और ताहा इस ब्लास्ट का प्लानर था. वही इस धमाके का मास्टरमाइंड था
एनआईए ने कहा कि आरोपी गलत पहचान के तहत छुपे हुए थे। एनआईए ने एक बयान में कहा, दोनों की तलाशी के लिए NIA ने कर्नाटक, तमिलनाडु और यूपी के 18 ठिकानों पर छापेमारी की थी.
29 मार्च को, आतंकवाद-रोधी एजेंसी ने दोनों आरोपियों की तस्वीरें और विवरण जारी कर दोनों पर 10-10 लाख का इनाम घोषित किया था.
एजेंसी ने कहा था कि शाजिब ‘मोहम्मद जुनेद सईद’ नाम का इस्तेमाल कर अपनी पहचान छुपकर रह रहा था और वहीं ताहा अपनी पहचान छुपाने के लिए विग्नेश नाम के जाली आधार कार्ड का इस्तेमाल कर रहा था।
पिछले महीने, NIA ने चिक्कमगलुरु निवासी मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया जिसने कथित तौर पर मुख्य आरोपी को रसद सहायता प्रदान की थी।
रामेश्वरम कैफे विस्फोट– एक मार्च को बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड इलाके में स्थित प्रसिद्ध कैफे में आईईडी विस्फोट हुआ था जिसमें लगभग 10 लोग घायल हो गए। मुख्य आरोपी की तस्वीर 1 मार्च को सीसीटीवी कैमरों में पूरी बाजू की शर्ट, टोपी, चश्मा और चेहरे पर मास्क पहने हुए कैद हो गयी थी । उसे एक बैग के साथ कैफे की ओर जाते देखा गया, जिससे पता चलता है कि आरोपी के बैग में विस्फोटक था।