मथुरा के पवित्र विश्राम घाट स्थित यमुना मंदिर में उस समय हड़कंप मच गया जब शनिवार दोपहर करीब 1 बजे स्टोर रूम में आग लग गई। आग लगते ही मंदिर परिसर में धुआं फैल गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई।सूचना मिलते ही मंदिर समिति के अध्यक्ष संजय चतुर्वेदी ‘अल्पाइन’ समेत अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन स्थानीय लोगों और सुरक्षाकर्मियों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया।अध्यक्ष संजय चतुर्वेदी ने बताया कि शॉर्ट सर्किट या इनवर्टर की खराबी से आग लगने की आशंका है। आग से स्टोर रूम में रखा इनवर्टर, सीसीटीवी सिस्टम, लकड़ी और प्लास्टिक का सामान जलकर नष्ट हो गया।गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई।
मथुरा के पवित्र विश्राम घाट स्थित यमुना मंदिर में शनिवार दोपहर एक आगजनी की घटना सामने आई। आग दोपहर लगभग 1 बजे मंदिर परिसर के स्टोर रूम में लगी, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। मंदिर प्रांगण में धुएं के गुबार फैलने से वहां मौजूद श्रद्धालुओं और कर्मचारियों में दहशत का माहौल बन गया।
घटना की सूचना मिलते ही यमुना मंदिर समिति के अध्यक्ष संजय चतुर्वेदी ‘अल्पाइन’, गोपाल चतुर्वेदी और बादाम छाप चतुर्वेदी तत्काल मौके पर पहुंचे। समिति अध्यक्ष ने फौरन फायर ब्रिगेड और स्थानीय पुलिस को सूचना दी।
स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए मोटर पंप की सहायता से आग बुझाने का प्रयास किया। सुरक्षाकर्मियों और पुलिस की मदद से आग पर काबू पा लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया। फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले ही आग नियंत्रित कर ली गई, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
समिति अध्यक्ष संजय चतुर्वेदी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग लगने की वजह इनवर्टर में शॉर्ट सर्किट या तकनीकी खराबी मानी जा रही है। आग की चपेट में आकर स्टोर रूम में रखा सीसीटीवी सिस्टम, इनवर्टर, लकड़ी और प्लास्टिक सामग्री जलकर नष्ट हो गई।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि घटना के समय भीषण गर्मी थी, जिससे आग तेजी से फैल सकती थी, लेकिन समय रहते उठाए गए कदमों से एक बड़ी दुर्घटना टल गई।