प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी दो दिवसीय मालदीव यात्रा के दौरान माले में नवनिर्मित रक्षा मंत्रालय भवन ‘धोशिमेना भवन’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू उनके साथ मौजूद रहे। यह प्रधानमंत्री मोदी की मालदीव की तीसरी यात्रा है और राष्ट्रपति मुइज्जू के कार्यकाल में उनकी पहली, जो दोनों देशों के बीच पिछले कुछ समय से चल रहे कूटनीतिक तनाव के बाद बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
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प्रधानमंत्री मोदी का माले हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति मुइज्जू और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भव्य स्वागत किया। इसके बाद रिपब्लिक स्क्वायर पर औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया, जहां प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर और सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ सम्मानित किया गया।
स्वागत समारोह में “नरेंद्र मोदी ज़िंदाबाद” के नारे भी गूंजे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने माले में बैठक की।
रक्षा और सुरक्षा सहयोग को नई दिशा
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू ने संयुक्त रूप से मालदीव के रक्षा मंत्रालय के नए भवन धोशिमेना भवन का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह भवन भारत और मालदीव की मजबूत रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है।
उन्होंने 72 रक्षा वाहनों की सौगात देकर मालदीव की सुरक्षा क्षमताओं को सशक्त करने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई.
भारत ने मालदीव को ₹4,850 करोड़ की नई ऋण सीमा (Line of Credit) की घोषणा की है। यह पहली बार है जब भारत ने भारतीय रुपये में मालदीव को यह सहायता प्रदान की है। साथ ही एक समझौते के तहत मालदीव की डॉलर आधारित वार्षिक ऋण चुकौती बाध्यता 51 मिलियन डॉलर से घटाकर 29 मिलियन डॉलर कर दी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत-मालदीव मुक्त व्यापार समझौते (IMFTA) पर बातचीत शुरू हो चुकी है। साथ ही, स्थानीय मुद्रा निपटान प्रणाली के तहत अब रुपये और रूफिया के बीच सीधा व्यापार संभव होगा, जिससे द्विपक्षीय व्यापार को गति मिलेगी।
डिजिटल और स्वास्थ्य क्षेत्र में साझेदारी
भारत की एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) और मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण (MMA) के बीच UPI नेटवर्क से जुड़ा समझौता हुआ, जिससे मालदीव में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिलेगा। इसके अतिरिक्त, पीएम मोदी ने मालदीव को ‘भीष्म क्यूब्स’ सौंपे, जो चिकित्सा आपातकालीन स्थितियों में बेहद उपयोगी हैं।
सामाजिक और आधारभूत ढांचा परियोजनाएं
भारत के सहयोग से निर्मित 4,000 सामाजिक आवास इकाइयों में से 3,300 को सौंप दिया गया है। अड्डू शहर में सड़क और जल निकासी प्रणाली परियोजना, ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट, हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का पुनर्विकास, और द्वीपों को जोड़ने वाली नाव परिवहन प्रणाली जैसे कई अहम परियोजनाओं को गति मिली है।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान और सांस्कृतिक पहल
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत पौधरोपण किया। साथ ही, भारत और मालदीव के बीच राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ पर एक संयुक्त स्मारक डाक टिकट भी जारी किया गया, जिसमें दोनों देशों की पारंपरिक नौकाओं को दर्शाया गया है।
क्षेत्रीय शांति और साझी रणनीति
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और मालदीव हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए एकजुट हैं। जलवायु परिवर्तन को साझा चुनौती मानते हुए दोनों देशों ने नवीकरणीय ऊर्जा और हरित विकास के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया।
उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल वार्ता
दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की व्यापक वार्ता हुई, जिसमें रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, डिजिटल भुगतान, स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की गई।
भारतीय समुदाय से मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने माले में भारतीय समुदाय से भी मुलाकात की। भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री की उपस्थिति पर प्रसन्नता जताई और भारत-मालदीव संबंधों की मजबूती में उनके योगदान की सराहना की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। इस दौरान हुए समझौते और घोषणाएं यह दर्शाती हैं कि भारत और मालदीव साझा हितों के तहत, भौगोलिक निकटता और ऐतिहासिक संबंधों को आधार बनाकर, एक स्थायी और समावेशी साझेदारी की ओर अग्रसर हैं।