मथुरा से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जहां एक पडोसी ने व्यक्ति की मृतक पत्नी के बारे में टीका-टिप्पणी करते हुए अपशब्द कहे जो उसके पति से बर्दास्त नहीं हुआ.जिसके बाद दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया. झगड़ा इस कदर बढ़ गया कि दोनों के बीच मारपीट होना शुरू हो गयी.पड़ोसी ने मृतक के पति की पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए हैं।
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मथुरा के हाईवे थाना क्षेत्र के द्वारकेश नगर से एक चौंका देने मामला सामने आया है. जहां एक पडोसी ने बुधवार को व्यक्ति की मृतक पत्नी के बारे में टीका-टिप्पणी करते हुए अपशब्द कहे. मृतक पत्नी के बारे में अपशब्द सुनने पर उसके पति को गुस्सा आया और उसने इस बात का विरोध किया.
विरोध करने के दौरान मृतिका के पति और पडोसी के बीच झगड़ा शुरू हो गया. पड़ोसी परिवार के लोगों ने मृतिका के पति की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतक पक्ष की ओर से 13 नामजदों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। घटना के बाद से आरोपी से फरार हैं। जानकारी के मुताबिक पता चला है की उसकी पत्नी को मरे हुए 10 वर्ष हो चुकी हैं
जानकारी के मुताबिक पता चला है की छत्रपाल सिंह पुत्र ब्रजमोहन हाईवे ट्रैक्टर चलाने का काम करता था।जोकि द्वारकेश नगर का निवासी है उसकी पत्नी को मरे हुए 10 वर्ष हो चुकी हैं । पड़ोसी कमल ने बुधवार सुबह उसकी पत्नी को लेकर कुछ अपशब्द कहे गए। इसके विरोध में मृतिका के पति और पडोसी के बीच झगड़ा शुरू हो गया.उस वक्त लोगों ने समझा-बुझाकर मामले को शांत करा दिया। देर रात छत्रपाल अपने घर के पास बादाम सिंह की परचून की दुकान से 10.30 बजे करीब बीड़ी लेने गया था।
बादाम सिंह की परचून की दुकान पर कमल के परिवार के लोग खड़े थे एक बार फिर छत्रपाल से कहा सुनी हो गयी. जिसके बाद दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया. झगड़ा इस कदर बढ़ गया कि कमल के परिवार के पुरुष और महिलाएं लाठी-डंडे और सरिया लाकर छत्रपाल को पीटने लगे. चीख पुकार सुनकर परिवार व मोहल्ले के लोग दौड़े। छत्रपाल को हमलावरों से छुड़ाकर देर रात सीधे थाने लेकर पहुंचे। पुलिस ने गंभीर हालत में छत्रपाल को अस्पताल में भर्ती कराया. छत्रपाल की बृहस्पतिवार की दोपहर मौत हो गई। मौत के बाद के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक़ मृत्यु का कारण सिर की हड्डी टूटना है।
सिर से उठा पिता का साया
छत्रपाल अपनी पत्नी की मौत के बाद ट्रैक्टर चलाकर अपने बच्चों का का पालन पोषण कर रहा था। जानकारी के मुताबिक पता चला है की उसकी पत्नी को मरे हुए 10 वर्ष हो चुकी हैं । परिवार में एक बेटी तनु और बेटा कान्हा है। मां की मौत के बाद पिता ही बच्चों का इकलौता सहारा था लेकिन अब पिता का साया भी सर से उठ गया. बच्चे अनाथ हो गए। फिलहाल दोनों दादी विमला देवी के पास हैं।
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