सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार ने मंत्री पद को लेकर 4 सांसदों पर एक मंत्री पद दिए जाने की मांग रखी है. इस हिसाब से उनके 12 सांसद पर उन्हें कैबिनेट में 3 मंत्री पद मिलने चाहिए. हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों के नतीजों के आने के बाद एनडीए सरकार के गठन की तैयारियां चल रही हैं. एनडीए सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार करने में कामयाब रहा, उसके बाद विपक्ष के नेतृत्व वाले भारत ने 234 सीटें हासिल की।
यह भी पढ़ें :टी20 विश्व कप 2024: रोहित, हार्दिक ने भारत को न्यूयॉर्क में आयरलैंड पर दिलाई प्रचंड जीत
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 8 जून को नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने तक दिल्ली में ही ठहर सकते हैं.हाल ही में संपन्न कराया गया लोकसभा चुनावों के नतीजों के आने के बाद एनडीए सरकार के गठन की तैयारियां चल रही हैं.
भाजपा के पूर्ण बहुमत का आंकड़ा पार न करने के कारण मोदी सरकार 3.0 के गठन से पहले एनडीए के अलग-अलग सहयोगियों द्वारा की जाने वाली मांगों की खबर सामने आ रही हैं.
सूत्रों के मुताबिक मंत्री पद को लेकर नीतीश कुमार ने 4 सांसदों पर एक मंत्री पद दिए जाने की मांग रखी है. इस हिसाब से उनके 12 सांसद पर उन्हें कैबिनेट में 3 मंत्री पद मिलने चाहिए.और वहीं भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन 292 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत का आंकड़ा पार करने में कामयाब रहा, उसके बाद विपक्ष के नेतृत्व वाला भारत को 234 सीटें मिलीं।
बुधवार को एनडीए की बैठक में गठबंधन ने पीएम मोदी को नेता चुन लिया है। और पीएम मोदी बृहस्पतिवार को केंद्र में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं और इसके लिए पीएम 7 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुरुमु से मुलाकात करेंगे।

दावा पेश करने से पहले, एनडीए गुट के नेताओं, विशेष रूप से टीडीपी नेता एन चंद्रबाबू नायडू और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बीच सरकार के गठन के विवरण पर विचार विमर्श किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक़ इसके आलोक में, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा आज सुबह 10:30 बजे अपने आवास पर एनडीए की बैठक की करेंगें मेजबानी। बैठक में अमित शाह, राजनाथ सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहेंगे.
सूत्रों के अनुसार नीतीश कुमार को नई सरकार में अहम कैबिनेट मंत्रालय मिलने की उम्मीद है. टीडीपी जहां लोकसभा में स्पीकर का पद सुरक्षित करने को उत्सुक है, वहीं बीजेपी के द्वारा अभी तक इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गयी है.
टीडीपी ने आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में से 16 सीटें जीती हैं जबकि जेडीयू ने बिहार की 40 में से 12 सीटें जीती हैं। भाजपा को इस बार केवल 240 लोकसभा सीटें मिली हैं, जोकि पूर्ण बहुमसत के आँकड़ा से पीछे रह गई। सहयोगियों की सहायता से एनडीए 292 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार करने में सक्षम रहा।
trending video you must watch it