नोएडा से एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां थाना फेज-3 पुलिस ने एक प्ले स्कूल के डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि डायरेक्टर ने स्कूल के वाशरूम में बल्ब के होल्डर के भीतर स्पाई कैमरा छिपा रखा था। इस मामले में स्कूल की एक टीचर ने शिकायत दर्ज कराई है। टीचर का कहना है कि इससे पहले भी वाशरूम में एक कैमरा पाया गया था, लेकिन उस वक्त डायरेक्टर ने मामले को शांत करने के लिए कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
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नोएडा की थाना फेज-3 पुलिस ने एक प्ले स्कूल के डायरेक्टर को पकड़ा है। आरोप है कि डायरेक्टर ने स्कूल के वाशरूम में बल्ब के होल्डर के भीतर स्पाई कैमरा लगा रखा था। इस मामले में स्कूल की एक टीचर ने शिकायत दर्ज कराई है।
टीचर का कहना है कि इससे पहले भी वाशरूम में एक कैमरा मिला था, लेकिन उस वक्त डायरेक्टर ने मामले को शांत करने के लिए कार्रवाई का आश्वासन दिया था। अब टीचर की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित डायरेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
स्पाई कैमरा दोबारा लगवाया था
पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, एक टीचर ने बताया कि वह जालौन की निवासी है और सेक्टर-70 स्थित इस स्कूल में काम करती है। 10 दिसंबर को जब वह स्कूल के वॉशरूम में गई, तो उसकी नजर बल्ब होल्डर पर पड़ी, जिसमें स्पाई कैमरा लगा हुआ था।
टीचर ने इस बारे में स्कूल संचालक नवनीश सहाय और पारुल को जानकारी दी, लेकिन आरोप है कि दोनों ने इस पर कोई स्पष्ट कार्रवाई नहीं की। पीड़िता का कहना है कि इससे पहले भी स्कूल के वॉशरूम में एक कैमरा पाया गया था, लेकिन तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब दोबारा उसने कैमरा देखा, तो उसने सिक्योरिटी गार्ड से उसे हटवाकर अपने पास रख लिया।
स्पाई कैमरा ऑनलाइन मंगवाया था
टीचर के अनुसार, जब उसने सिक्योरिटी गार्ड विनोद से बात की, तो उसने जानकारी दी कि स्कूल संचालक नवनीश सहाय ने कैमरा लगवाया था। इसके बाद, पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने स्कूल के संचालक नवनीश सहाय को सेक्टर-70 से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान नवनीश सहाय, पुत्र ज्ञानेंद्र सहाय, निवासी कंचनजंगा टावर, कौशांबी, गाजियाबाद के रूप में हुई है। जांच में पुलिस को यह भी पता चला कि नवनीश सहाय ने ऑनलाइन एक स्पाई कैमरा मंगवाया था।
वॉशरूम में टीचरों को लाइव देखता था
पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने ऑनलाइन एक स्पाई कैमरा मंगवाया था, जो बिना किसी रिकॉर्डिंग के केवल लाइव स्ट्रीमिंग करता था। आरोपी ने यह भी कहा कि वह कभी-कभी खुद भी कैमरे का लाइव फीड देखता था। उसने उस कैमरे को एक बल्ब होल्डर में छुपाकर दीवार पर इंस्टॉल कर दिया था, ताकि सिक्योरिटी गार्ड और अन्य किसी को इसके बारे में जानकारी न हो।