प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित किया। यह संबोधन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत के बाद उनका पहला सार्वजनिक संदेश है।यह महत्वपूर्ण भाषण भारत और पाकिस्तान के बीच सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से रोकने पर बनी आपसी सहमति के दो दिन बाद आया है।
भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को ध्वस्त करने के 80 घंटे बाद भारत और पाकिस्तान के सैन्य महानिदेशकों के बीच संघर्ष विराम पर सहमति बनी।इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए स्पष्ट संदेश दिया कि अब भारत किसी भी तरह का ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ सहन नहीं करेगा।विशेषज्ञों का मानना है कि पीएम मोदी का यह बयान न केवल पाकिस्तान को सख्त चेतावनी है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को पहली बार संबोधित किया और पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को पालने-पोसने वाली पाकिस्तान की सरकार और फौज, एक दिन खुद अपने अस्तित्व पर खतरा बन जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर भारत की नई नीति का प्रतीक है। यह ‘न्यू नॉर्मल’ है जिसमें भारत अब आतंकवाद के खिलाफ अपनी शर्तों पर, अपने तरीके से जवाब देगा।
भारत की नई नीति के स्पष्ट बिंदु–
- भारत पर आतंकी हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब मिलेगा – कहीं भी, किसी भी समय।
- कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- भारत अब आतंक के सरपरस्तों और उनकी सरकारों को अलग-अलग नहीं देखेगा।
पीएम मोदी ने कहा, “पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने आतंक के ढांचे का सफाया करना ही होगा। टेरर और टॉक एकसाथ नहीं चल सकते… पानी और खून भी एकसाथ नहीं बह सकते।
उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि भारत की बातचीत सिर्फ दो मुद्दों पर होगी – आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (PoK)।
प्रधानमंत्री ने शांति को शक्ति से जोड़ते हुए कहा, भगवान बुद्ध ने शांति का रास्ता दिखाया है, लेकिन शांति का मार्ग शक्ति से होकर ही गुजरता है।
सीमा पर तनाव की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा, दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलें भारत के एयर डिफेंस सिस्टम के आगे नष्ट हो गईं। पाकिस्तान ने सीमा पर वार की तैयारी की थी, लेकिन भारत ने उसके सीने पर वार किया।