कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपना बजट पेश किया। विधानसभा में बजट पेश होने के बाद राज्य सरकार विवादों में घिर गई है। इस बजट को कांग्रेस के तुष्टीकरण वाला बजट बताया जा रहा है। मंदिरों को लेकर बने विधेयक पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
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कर्नाटक सरकार ने मंदिरों पर शुल्क लगाने का विधेयक पारित किया है। इस विधेयक के तहत 1 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व वाले मंदिरों से 10 फीसदी और 10 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये के बीच राजस्व वाले मंदिरों से 5 फीसदी संग्रह का आदेश दिया गया है। इसको लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है। भाजपा आरोप लगा रही है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार हिंदू विरोधी नीतियां अपना रही है और इसमें हिंसा, धोखाधड़ी और धन का दुरुपयोग होना तय है वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार ने सारे आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि केवल ₹1 करोड़ ₹1 करोड़ से अधिक राजस्व वाले मंदिरों पर 10% की धनराशि ली जाएगी।
सरकार का दावा है कि इकट्ठा किए गए धन का इस्तेमाल धार्मिक परिषद उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.जिससे पुजारियों की आर्थिक स्थिति बेहतर की जाएगी और सी-ग्रेड मंदिरों या जिन मंदिरों की स्थिति बहुत ख़राब है उनमें सुधार किया जाएगा तथा मंदिर के पुजारियों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाएगी।

भाजपा ने मंदिरों का खजाना खाली करने का लगाया आरोप
बीजेपी ने कहा, यह मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का दूसरे धर्मों के लोगों की मदद से मंदिरों के खजाने को खाली करने का दुर्भावनापूर्ण इरादा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सिद्धारमैया राज्य के खजाने को खाली कर चुके हैं और अब मंदिरों के खजाने पर उनकी नजर है।
चढ़ावे को भी हड़पना चाहती है सरकार
बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में इस कदम को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि भ्रष्ट, अयोग्य ‘लूट सरकार’ ने धर्मनिरपेक्षता की आड़ में हिंदू विरोधी विचारधारा के साथ, मंदिरों के राजस्व पर अपनी बुरी नजर डाली है। हिंदू धार्मिक बंदोबस्ती संशोधन अधिनियम के माध्यम से, यह अपने खाली खजाने को भरने के लिए हिंदू मंदिरों और धार्मिक संस्थानों से दान के साथ-साथ चढ़ावे को भी हड़पने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना एक करोड़ रुपये से अधिक आय वाले मंदिर के राजस्व का 10 प्रतिशत और पांच करोड़ रुपये से कम की आय वाले मंदिर के राजस्व का पांच प्रतिशत हड़पने की है ।
कांग्रेस ने आरोपों को किया ख़ारिज
कर्नाटक के मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने बीजेपी पर धर्म को राजनीति में लाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही हिंदुत्व की सच्ची समर्थक है । कांग्रेस नेता ने कहा, “विजयेंद्र येदियुरप्पा, यह साफ है कि बीजेपी हमेशा यह दावा करके राजनीतिक लाभ लेती है कि कांग्रेस हिंदू विरोधी है । हालांकि, हम कांग्रेस को लोग खुद को हिंदू धर्म का सच्चा समर्थक मानते हैं, क्योंकि सालों से कांग्रेस सरकारों ने लगातार मंदिरों और हिंदू हितों की रक्षा की है।
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