ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बौखला उठा है। गुरुवार देर रात पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों को निशाना बनाते हुए मिसाइल और ड्रोन हमले किए। हालांकि, भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के हर हमले का मुंह तोड़ जवाब दिया।इन हमलों के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने लाहौर, कराची और सियालकोट समेत पाकिस्तान के कई सामरिक ठिकानों पर सटीक और ताबड़तोड़ जवाबी कार्रवाई की।इस घटनाक्रम के बाद शुक्रवार शाम विदेश मंत्रालय द्वारा एक आपात प्रेस ब्रीफिंग की गई।
8-9 मई की मध्यरात्रि को पाकिस्तान ने भारतीय वायुसीमा का कई बार उल्लंघन करते हुए सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया। कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने शुक्रवार को आयोजित एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
भारतीय सेना के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लेह से लेकर सरक्रीक तक 36 स्थानों पर 300 से 400 ड्रोनों का इस्तेमाल कर घुसपैठ की कोशिश की गई। इनमें से कई ड्रोन भारतीय सेना ने काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक तरीकों से मार गिराए। ये ड्रोन तुर्किये बताए जा रहे हैं।
भारतीय सेना का मानना है कि इन ड्रोनों के माध्यम से वायु रक्षा प्रणालियों की क्षमता की जांच और खुफिया जानकारी एकत्रित करने की साजिश रची गई थी। ड्रोन के मलबे की फॉरेंसिक जांच जारी है।सेना अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के तंगधार, उड़ी, पुंछ, राजौरी, अखनूर और उधमपुर जैसे इलाकों में भारी कैलिबर की आर्टिलरी और सशस्त्र ड्रोनों से गोलाबारी की। ।
भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के चार एयर डिफेंस ठिकानों को सशस्त्र ड्रोन से निशाना बनाया। इनमें से एक ड्रोन ने पाकिस्तानी एयर डिफेंस रडार को सफलतापूर्वक नष्ट किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान के नापाक इरादों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय हवाई सुरक्षा मानकों का उल्लंघन कर रहा है। पाकिस्तानी नागरिक विमानों को ढाल की तरह उपयोग किया जा रहा है, जबकि भारत ने अपनी ओर से संयम बरतते हुए नागरिक विमानों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।भारतीय सेना के अनुसार, यह घटना “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता से बौखलाए पाकिस्तान की बौखलाहट का संकेत है।