प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच देशों की आधिकारिक यात्रा के तहत त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद पहुंचे, वहां पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। PM मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित किया गया।प्रधानमंत्री मोदी ने पोर्ट ऑफ स्पेन स्थित संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए लोकतंत्र को जीवन का तरीका बताया। उनके भाषण के दौरान सांसदों ने 28 बार तालियां बजाईं। उन्होंने भारतीय मूल के लोगों के योगदान और भारत-त्रिनिदाद संबंधों की मजबूती पर जोर दिया।भारत और त्रिनिदाद एवं टोबैगो के बीच छह अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं, जिनमें स्वास्थ्य, संस्कृति, खेल, डिजिटल तकनीक, फार्मास्यूटिकल और कूटनीतिक प्रशिक्षण शामिल हैं।
भारत ने पंडितों को प्रशिक्षण और गीता महोत्सव में भागीदारी की घोषणा भी की।प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद के राष्ट्रपति क्रिस्टीन कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा और भारत-कैरिकॉम साझेदारी को मजबूत करने पर सहमति जताई।यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की त्रिनिदाद और टोबैगो की 25 वर्षों में पहली द्विपक्षीय यात्रा है, जिसने दोनों देशों के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को एक नई ऊंचाई दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच देशों की आधिकारिक यात्रा के तहत त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे, जहां उनका पारंपरिक और भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित किया गया।
पीएम मोदी ने देश की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया, जहां उनका भाषण 28 बार तालियों से गूंज उठा। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र केवल व्यवस्था नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका है।
प्रधानमंत्री ने त्रिनिदाद के लोगों की भारतीय विरासत की सराहना करते हुए कहा कि यहां कई सांसदों के पूर्वज भारत के बिहार से आए थे। उन्होंने महिलाओं के नेतृत्व में हो रहे विकास, G20 अध्यक्षता और महिलाओं के लिए संसद में 33% आरक्षण जैसे प्रमुख बदलावों को भी साझा किया।
इस दौरे के दौरान भारत और त्रिनिदाद एंड टोबैगो के बीच 6 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए, जिनमें फार्मा, संस्कृति, खेल, डिजिटल सहयोग और कूटनीतिक प्रशिक्षण जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर से मुलाकात की। बातचीत में व्यापार, निवेश, रक्षा, जलवायु परिवर्तन और साइबर सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।
पीएम मोदी ने त्रिनिदाद में बसे भारतीय मूल के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी छठी पीढ़ी भी भारतीय मूल्यों और संस्कृति से जुड़ी हुई है। भारत की ओर से उन्हें OCI कार्ड और धार्मिक-सांस्कृतिक प्रशिक्षण की सुविधा दी जाएगी।
दोनों देशों ने मिलकर त्रिनिदाद में गीता महोत्सव आयोजित करने का निर्णय लिया है। साथ ही पंडितों को भारत में प्रशिक्षण देने की योजना भी घोषित की गई।इस ऐतिहासिक दौरे को भारत-त्रिनिदाद संबंधों में नई मजबूती और सांस्कृतिक गहराई देने वाला माना जा रहा है।