प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर घाना पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ और 21 तोपों की सलामी दी गई। यह घाना की उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा है। उन्हें घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया। राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, घाना के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित होना मेरे लिए बहुत गर्व और सम्मान की बात है। मैं राष्ट्रपति महामा, घाना सरकार और घाना के लोगों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच चार समझौते हुए-जॉइंट कमीशन की स्थापना, पारंपरिक चिकित्सा में सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और गुणवत्ता मानकों पर समझौता। मोदी ने घाना को UPI तकनीक, स्कॉलरशिप बढ़ाने, ‘फीड घाना’ योजना में सहयोग, सस्ती दवाओं की आपूर्ति, साइबर सुरक्षा और डिफेंस ट्रेनिंग में मदद देने का वादा किया।
उन्होंने कहा कि भारत और घाना आतंकवाद को मानवता का दुश्मन मानते हैं और मिलकर इससे लड़ेंगे। मोदी ने यह भी कहा कि यह युद्ध का समय नहीं है और सभी समस्याओं का समाधान बातचीत और कूटनीति से होना चाहिए। उन्होंने भारत-घाना व्यापार को अगले पांच वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य भी रखा और घाना के राष्ट्रपति को भारत आने का निमंत्रण दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर घाना पहुंचे। राजधानी अकरा के कोटोका अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका भव्य स्वागत किया गया और उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। इस अवसर पर घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा ने पीएम मोदी को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया।
पीएम मोदी ने इस सम्मान को भारतीय जनता, युवाओं की आकांक्षाओं और भारत-घाना की ऐतिहासिक साझेदारी को समर्पित किया। घाना यात्रा के दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति महामा के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई, जिसमें चार प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर हुए:
- विदेश मंत्रालय स्तर पर संयुक्त आयोग की स्थापना
- पारंपरिक चिकित्सा में सहयोग
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पर्यटन को बढ़ावा
- गुणवत्ता मानकों पर समझौता
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और घाना के बीच व्यापार को अगले पांच वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य रखा और युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने डिजिटल लेन-देन के लिए UPI टेक्नोलॉजी शेयर करने, ‘फीड घाना’ प्रोग्राम में मदद, जनऔषधि केंद्र खोलने और साइबर सुरक्षा, रक्षा सहयोग जैसे क्षेत्रों में समर्थन का भरोसा दिलाया।
मोदी ने कहा कि भारत और घाना आतंकवाद को मानवता का दुश्मन मानते हैं और मिलकर इसके खिलाफ लड़ेंगे। साथ ही दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र में सुधारों और वैश्विक शांति के लिए कूटनीति को प्राथमिकता देने पर सहमति जताई। यात्रा के अंत में प्रधानमंत्री ने घाना के राष्ट्रपति को भारत आने का आमंत्रण भी दिया।