पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत एक्शन मोड में है। सिंधु जल समझौते स्थगित करने से लेकर भारत की ओर से अब तक कई कड़े फैसले लिए गए हैं। इसी बीच मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हाई लेवल मीटिंग की.मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और थलसेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी भी शामिल हुए।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, NSA अजीत डोभाल, CDS जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद थे।
90 मिनट तक चली इस बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा-आतंकवाद को करारा जवाब देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। तरीका, समय और लक्ष्य सेना तय करे।इसके साथ ही बुधवार सुबह 11 बजे पीएम मोदी कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें सुरक्षा पर चर्चा होगी।
बैठक में पहलगाम हमले के बाद की सुरक्षा स्थिति, आतंकियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन और भविष्य की रणनीति पर गहन चर्चा की गई। पीएम ने भारतीय सेनाओं की पेशेवर क्षमता पर पूरा भरोसा जताया।इंटेलिजेंस एजेंसियों के मुताबिक, हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तानी पूर्व SSG कमांडर हाशिम मूसा है, जो लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है। उसने पहले भी गगनगीर (गांदरबल) में हमले किए हैं।
हमले की जांच कर रही NIA लगातार सीन री-क्रिएशन कर रही है और स्थानीय सहयोगियों की तलाश में जुटी है। गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए इस हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे।